बदायूॅं जनमत। उझानी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला की हत्या करके उससे 42 हजार रुपए लूटे गए हैं। सूचना महिला के पति सरताज ने दी थी। सरताज का कहना था कि चार बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है। सरताज को भी हल्की चोट आई थी। पुलिस ने सरताज का इलाज कराया। बाद में उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो मामला लूट हत्या का नहीं सुनियोजित ढंग से हत्या का निकला। सरताज नाम के पति ने अपनी पत्नी निदा उर्फ समरीन का कत्ल कर दिया। घटना की वजह शादी के चार साल बीतने के बाद भी बच्चे न होना बताई जा रही है। आरोपी पति ने जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने 14 घंटे में ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पति ने बताया हमारे बच्चा नहीं हो रहा था। पत्नी मेरे अंदर कमी बताती थी। इस बात को लेकर आए दिन ताना मारती थी।
एसएसपी डॉ ब्रजेश सिंह ने बताया कि सरताज ने बताया मैं दिल्ली में जींस की फैक्ट्री में काम करता हूं। मेरी शादी को करीब चार साल हो गए हैं। हमें कोई संतान नहीं थी। निदा इसका इल्जाम मुझ पर लगाती थी। साथ ही परिवार समेत मुझे जेल भिजवाने की धमकी देती थी। अक्सर निदा और मेरा इसी बात पर झगड़ा होता था। उसके मायके वाले भी मुझे धमकाते थे। वह तीन साल तक अपने मायके में रही। इसके बाद पिछले कुछ दिन से दिल्ली में मेरे साथ रहने लगी थी। वहां भी हम लोगों का अक्सर झगड़ा होता रहता था। इसीलिए मैंने उसकी हत्या की साजिश रची।
सोमवार रात 10 बजे मैं और निदा दिल्ली से रोडवेज में बैठकर बदायूं के लिए रवाना हुए। इससे पहले दिल्ली से ही एक स्टील का चाकू और सर्जिकल दस्ताना खरीद लिया था। रास्ते में चुपचाप निदा का मोबाइल उसके पर्स से निकालकर बस में ही फेंक दिया। बस से उतरने के बाद मंगलवार सुबह करीब चार बजे खेतिहर इलाके में निदा को जमीन पर पटक कर उसका गला दबाया। जब वह बेहोश हो गई, तो चाकू से गर्दन पर कई वार किए। बाद में चाकू की नोक से अपने हाथ पर हमला किया। इसके बाद में चाकू और दस्ताने छिपा दिए। इसके बाद मैं घर चला गया। परिवार वालों को लूट और हत्या की मनगढ़ंत कहानी सुनाई।