बदायूॅं जनमत। ब्लॉक संसाधन केंद्र पर पांच दिवसीय समावेशी शिक्षा के अंतर्गत नोडल टीचर्स का प्रशिक्षण किया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं प्रेरक गीत से हुआ जिसके बाद प्रशिक्षक मंडल ने पांच दिन समावेशी शिक्षा से संबंधित संकल्पना पर चर्चा की एवं दिव्यांग छात्रों के शैक्षिक पुनर्वास हेतु सहयोगी गतिविधयो के बारे में बताया।
वज़ीरगंज के बीआरसी केंद्र पर चल रहे पांच दिवसीय समावेशी शिक्षा प्रशिक्षण का सोमवार को प्रमाण पत्र वितरण के साथ समापन किया गया। प्रशिक्षक मंडल से स्पेशल एजुकेटर तेज प्रताप सिंह, प्रदन्या मिश्रा, मनीषा देवी ने बहुविक्लांगता पर विस्तृत जानकारी दी एवं प्रशिक्षण में समर्थ ऐप का प्रयोग, दिव्यांग स्क्रीनिंग, होम बेस्ड ऐक्टिविटी, पीपीटी, टीएलएम, आंगनबाड़ी केंद्रों में दिव्यांगों को बाधा रहित पहुंच के सुगम मानक, गतिविधियों का डिमांस्ट्रेशन, संख्या एवं अंग्रेज़ी हिंदी वर्णमाला बोध, ब्रेल लिपि, बौद्धिक अक्षमता के पहचान व प्रकार, व्यक्तिगत शैक्षिक सपोर्ट, आरपी डब्ल्यूडी ऐक्ट, सांकेतिक भाषा पर व्यापक चर्चा की गई। इसके साथ केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांग बालिकाओं के प्रोत्साहन के लिए 2000 रुपया प्रति शैक्षिक सत्र एवं गंभीर दिव्यांग छात्रों के प्रोत्साहन के लिए 6000 रुपया मिलने के बारे में भी बताया गया। विद्यालयों में नामांकित दिव्यांग छात्रों के निरामय बीमा योजना के अंतर्गत एक लाख रुपया के बीमा की सुविधा प्राप्त करने के बारे में शिक्षकों को जानकारी दी गयी। जिससे ज़्यादा से ज़्यादा दिव्यांग छात्र इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकें।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षकों में अशोक कुमार, डॉ हिलाल अहमद, अवनीश कुमार, मुगीस अहमद, जावेद अली, धर्मेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार, मीना मौर्य, कल्पना मौर्य, कंचन, कविता सक्सेना, सपना गंगवार, मनीष कुमार, प्रतिभा, अंशु शर्मा, भूपेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। बीइओ उमेन्द्र दत्त त्रिपाठी एवं जिला समान्यक जितेंद्र सिंह के निर्देशन में चले पांच दिवसीय प्रशिक्षण में स्पेशल एजुकेटर तेजप्रताप, प्रदन्या मिश्रा, मनीषा देवी के अतिरिक्त एआरपी धर्मेंद्र कुमार, महीपाल टंडन, अम्बिका सिंह, सुभाष शंखधार, राजेश कुमार मौजूद रहे।
