बदायूॅं जनमत। बदायूं में तैनात एक सीओ का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। एक नाई सीओ साहब के पास टाइम से ना पहुंचे पर उनकी कटिंग और शेव नहीं कर पाया। इसके कारण सीओ साहब के आदेश पर कोतवाली के सिपहियों ने नाई को पकड़़कर हवालात में डाल दिया, जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है। बाद में मामले के तूल पकड़ने पर कोई भी अधिकारी इस पर जबाब देने से बच रहे है।
मामला जिले के बिसौली कोतवाली का है। बिसौली नगर पालिका के पास नाई दलबीर का सैलून की दुकान है। नाई का आरोप है कि कल सुबह सैलून पर ग्राहक अधिक थे। इस दौरान सीओ बिसौली सुनील कुमार का फरमान पहुंचा कि साहब की कटिंग और सेविंग उनके घर पर होनी है। हालांकि इस दौरान नाई अपनी दुकान पर दूसरे ग्राहकों के काम कर रहा था। नाई काम खत्म होने पर सीओ सुनील कुमार के घर पर पहुंचा। नाई को पुलिस अफसर के घर पर पहुंचने में कुछ देरी हो गई। इसी बात से नाराज सीओ सुनील कुमार का पारा चढ़ गया। फिर उन्होंने कोतवाल बिसौली सुनील अहलावत को हुक्म जारी कर दिया कि नाई विनोद को हिरासत में ले लिया जाए।
सीओ के आदेश का पालन करना कोतवाल साहब की मजबूरी कहे या फिर कुछ और, इसके बाद उन्होंने भी बिना देरी किए नाई विनोद को पकड़कर हवालात में डाल दिया। जब मामला मीडिया के सामने आया तभी नाई को बिसौली कोतवाली से छोड़ा गया।
उधर सीओ सुनील कुमार ने बताया कि विनोद ने एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति की शेविंग करने से इनकार किया था। उसका नाम मनी है और गदरपुरा मोहल्ले का रहने वाला है। वह आवास पर भी सफाई करता है। उसकी शिकायत पर नाई को पकड़वाया था। उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा भी लिखा जा रहा है। नाई के परिजनों द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।