बरेली जनमत। प्रदेश में ग़ैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची शासन को भेजी गई है। उसको लेकर प्रदेश भर से लोगों ने मरकज़ से राब्ता किया और जमात रज़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां ने कहा कि हर संभव मदद की जाएगी। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से बात की जाएगी। जमात रज़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां ने कहा कि 75 जिलों से 8496 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले हैं, वह ग़लत है। इसमें बहुत ऐसे मदरसे हैं जो मस्जिदों, कोचिंग सेंटर व एक कमरे में चल रहे हैं। यह सब निजी तौर पर चल रहे हैं और ग़रीब बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। इन मदरसों में दीनी शिक्षा के साथ दुनियावी शिक्षा दी जाती है। ग़रीब मुस्लिम लोगों के बच्चों को तालीम की तरफ प्रेरित किया जाता है। जिस तरह से इन्हे चिन्हित किया गया और शासन को लिस्ट बना कर भेजी गयी है ऐसा लगता है इन्होंने कोई गैर कानूनी काम किया है। प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम किया है। सलमान मियां ने कहा कि हम प्रदेश सरकार से आग्रह करते हैं कि हर ज़िले के ज़िलाधिकारीयों को सही से सर्वे करके सूचि बनाये व शासन को सही जानकारी मुहैया कराएं। जिससे लोग भ्रमित न हों। जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा था कि जो मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिलते हैं उनके मानक पूरे करवाने में मदद करेंगे। सरकार इन मदरसों को भी मान्यता प्रदान कर समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास करेगी, लेकिन हुआ इसके विपरीत। सलमान मियांं ने कहा कि जल्द ही हमारा प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में शासन से मिलेगा।
बैठक में मौलाना निजामुद्दीन, मौलाना मंसूख आलम, मौलाना शम्स, मौलाना ज़ाहिद, मौलाना ज़फर, मौलाना सय्यद मश्कूर अली, मुफ़्ती कासिम, मौलाना दानिश, समरान खान डॉ मेहंदी हसन, इकराम रजा़, शमीम अहमद, आबिद रजा़, मोइन खान, बख्तियार खान, मौलना गुल्म हुसैन, दन्नी अन्सारी आदि लोग मौजूद रहे।
