कुल की रस्म अदायगी के साथ हज़रत शाह शुजाअत अली मियां का उर्स संपन्न, देश विदेश से उमड़े मुरीदैन

धार्मिक

बदायूँ जनमत। आज बरोज़ बुध 66 वें उर्स ए शाह शुजाअत अली मियां रह. अलैह के दूसरे और आखिरी दिन की शुरुआत सुबह कुरआन ख्वानी से की गई है। इसके बाद 8:00 बजे दरगाह शरीफ़ पर तकारीरी व नात ख्वानी का प्रोग्राम चला। प्रोग्राम का आग़ाज़ तिलावत शरीफ़ से हुआ।
प्रोग्राम के खुसूसी आलिम हज़रत रुम्मान सकलैनी मुरादाबादी ने अपनी तकरीर में औलिया ए किराम की अज़मत ओ बुलंदी बयान करते हुए कहा कि तमाम औलिया अल्लाह (वली) काबिले एहतराम हैं, और हम लोगों को किसी को छोटा बड़े की नज़र से नहीं देखना चाहिए। सबके मर्तबे आला और अफज़ल हैं। औलिया अल्लाह हमें अल्लाह तक पहुंचाने और हक के रास्ते पे मज़बूती से कायम रखने का वसीला होते हैं। यही अल्लाह वाले हैं जिनके ज़रिए से अल्लाह हम पर रहम और हमारी मदद फरमाता है।
हज़रत मुंतखब मियां नूर साहब ने कहा कि साहिबे उर्स हज़रत शाह शुजाअत अली मियां सिलसिले के बड़े जलील उल कद्र और कामिल बुजुर्ग हैं। अल्लाह का शुक्र है हम तमाम अहले सिलसिला अपनी दुनिया ओ आखिरत के लिए अपने बुजुर्गो से बहुत बहुत मुत्मइन हैं, और हम तमाम औलिया अल्लाह का अदब ओ एहतराम करते हैं।
सुबह फज्र के वक्त से ही ज़ायरीन की आमद का खूब तांता बंध गया था। उर्स में शिरकत करने के लिए ज़ायरीन का सैलाब उमड़ पड़ा। महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश, तेलंगाना आदि राज्यों के ज़्यादातर शहरों व गांव कस्बों से ज़ायरीन उर्स में शामिल होने आए। इसके अलावा विदेशों से भी दुबई, कनाडा, साउथ अफ्रीका, सऊदी अरब, अमरीका आदि देशों से भी काफी तादाद में ज़ायरीन ककराला पहुंचे।
उधर ठीक 11:00 बजे पीरो मुरशिद शाह सकलैन मियां हुज़ूर मंच पर तशरीफ़ लाए और कुल शरीफ़ की रस्म अदा की। कुल शरीफ़ के इस मुबारक मौके पर पीरो मुर्शिद मियां हुज़ूर ने तमाम ज़ायरीन के हक़ में खूब दुआएं कीं और मुसलमानों की हिफाज़त मुल्क में अमन व चैन के लिए खुसूसी दुआएं कीं।
कुल के बाद किब्ला पीरो मुर्शिद मियां हुज़ूर ने तमाम ज़ायरीन व मुरीदों को अहले सुन्नत वल जमाअत पर कायम रहने और बुजुर्गों के रास्ते पर चलने की हिदायतें कीं और फरमाया कि अपने बुजुर्गों पीर के दामन से लगे रहें और उनके नक्शे कदम पर ज़िंदगी गुज़ारें।
उर्स के समापन के बाद तमाम ज़ायरीन ने लंगर का खाना खाया और पीरो मुरशिद मियां हुज़ूर से सलाम किया और इजाज़त लेकर अपने अपने घरों को रुखसत हो गए।
उर्स के सकुशल समापन होने पर दरगाह शरीफ़ के ज़िम्मेदार मियां हुज़ूर के छोटे भाई जनाब मुंतखब मियां साहब ने तमाम अहले सिलसिला अकीदतमंदों को उर्स की मुबारक बाद पेश की और पुलिस प्रशासन के सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया।
मुमताज़ मियां साहब के बेटे इंतिखाब मुमताज़ सकलैनी ने एसएसपी, सीओ दातागंज, थाना अध्यक्ष अलापुर, चौकी इंचार्ज ककराला का उर्स में पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने व सहयोग के लिए सबका शुक्रिया अदा किया।

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