बदायूॅं जनमत। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय आवाहन पर आज समाजवादी महिला सभा का एक कार्यकर्ता सम्मलेन सपा जिला कार्यालय पर आयोजित किया गया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में सपा महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव सम्मिलित हुईं, अध्यक्षता महिला सभा की जिलाध्यक्ष संतोष कश्यप ने की।
कार्यकर्ता सम्मेलन से पूर्व सपा महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव ने प्रेसवार्ता में कहा कि प्रदेश में जब जब श्रद्ध्ये नेता जी व अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार पदारूढ़ हुई तब तब महिलाओं के उत्थान तथा कल्याण के लिये तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई गई।वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, महिलाओं की सुरक्षा हेतु 1090, स्वास्थ के क्षेत्र में 108 व 102 एम्बुलेंस, कन्या विद्याधन आदि योजनायों से पूरे उत्तर प्रदेश की महिला शक्ति लाभान्वित हुई। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार में महिलाये सुरक्षित नहीं हैं, हाथरस जैसी जघन्य घटनाएं इसका जीता जागता उदाहरण है। विगत दिनों डायल 112 में नौकरी करने वालीं महिलाये अपने अधिकारों के लिये लखनऊ में शान्ति पूर्ण प्रदर्शन कर रहीं थीं। भाजपा नेताओं के इशारे पर उन्हें लखनऊ की सड़कों पर दौड़ा दौड़ा कर बेरहमी से पीटा गया। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत जो सिलेंडर दिए गए, दोबारा गैस न भर पाने के कारण गरीब महिलाये चूल्हे पर कार्य करने को मजबूर हैं। प्रदेश की आधी आबादी पूरी तरह से समाजवादी पार्टी के साथ है तथा अखिलेश यादव के हाथों को मजबूत करने के लिये संकल्पित है।
सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष संतोष कश्यप ने कहा कि जनपद में महिला सभा गाँव स्तर, वार्ड स्तर तथा बूथ स्तर तक क्रियाशील है। सभी महिला कार्यकर्ता आमजनता के बीच जाकर चौपालों के कार्यक्रम के माध्यम से पार्टी की नीतिओं व रीतियों का प्रचार प्रसार कर रहीं हैं। जिसके फलस्वरूप पार्टी के नेता धर्मेन्द्र यादव आगामी लोकसभा चुनाव के रिकॉर्ड मतों से जीतकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुँचकर गरीब, शोषित, पीड़ित, दलित, अल्पसंख्यक, व्यापारी सहित समाज के हर वर्ग की आवाज़ उठाएंगे।
इस मौके पर सुनीता यादव, मिथलेश कश्यप, रूपा यादव, अर्चना वर्मा, भगवान देवी, नूर अफ्शा, रुचि प्रिया, बबिता कश्यप, जया जाटव, भारती ठाकुर, संजू शर्मा, प्रेमलता जाटव, माला शर्मा, गुलशन रज़ा, रिंकी श्रीवास्तव, पूनम गुप्ता, विमला यादव, शिल्पी यादव, पूजा यादव, मनुपम, छाया आदि महिला कार्यकर्ता मौजूद रहीं।