बदायूॅं जनमत। एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव फंदे पर लटका मिला। युवक पार्टनरशिप में ट्रैक्टर एजेंसी चलाता था। परिजनों का कहना है कि कर्जा ज्यादा होने के कारण युवक ने आत्मघाती कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोतवाली दातागंज इलाके के गांव पापड़ हमजापुर निवासी जितेंद्र (38) पुत्र शिवसिंह ने दातागंज निवासी लल्ला बाबू नाम के व्यक्ति के साथ पार्टनरशिप में ट्रैक्टर एजेंसी ली थी। कस्बा म्याऊं में शोरूम बनाया था। जितेंद्र के परिजनों के मुताबिक लल्ला बाबू पारिवारिक विवाद के चलते पिछले दिनों जेल भेजा गया है। ऐसे में फर्म चलाने की जिम्मेदारी जितेंद्र पर आ गई थी।
इधर, कंपनी की उधारी समेत फाइनेंस रिकवरी भी उसे ही अपने स्टाफ से करानी थी। वहीं कंपनी के मेन आफिस से उधारी चुकाने का दबाव दिनों दिन बढ़ रहा था। जबकि अन्य कुछ लोगों से भी उसने उधार रकम ली थी और वो लोग भी वापसी का दबाव बना रहे थे। परिजनों के मुताबिक यही दबाव जितेंद्र झेल नहीं सका और उसने फंदा लगाकर जान दे दी।
घर की बैठक में दी जान बताया जाता है कि जितेंद्र घर में रात को सकुशल सोया था। जबकि सुबह बैठक में पहुंचकर उसने आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट भी उसने छोड़ा है। इसमें संबंधित ट्रैक्टर कंपनी के स्टाफ को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। थानाध्यक्ष गौरव विश्नोई ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।