हल्द्वानी जनमत। उत्तराखंड के हल्द्वानी में नगर निगम ने गुरुवार 8 फरवरी को एक अवैध मदरसा ढहा दिया। नमाज पढ़ने के लिए बनाई गई एक मस्जिद पर भी बुलडोजर चला दिया। इसके बाद वहां हिंसा फैल गई। भीड़ ने पुलिस और निगम के अमले पर हमला कर दिया। बनभूलपुरा थाने को घेरा और पथराव किया।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 300 पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हैं। प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं। दंगाइयों की पहचान की जा रही है।
हल्द्वानी डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले ही टीम पर हमले की प्लानिंग कर ली गई थी। भीड़ ने पहले पत्थर फेंके, जिन्हें फोर्स ने तितर-बितर कर दिया। इसके बाद दूसरा जत्था आया और उसने पेट्रोल बम से हमला किया। डीएम वंदना सिंह ने बताया कि स्कूल-कॉलेज बंद हैं। पैरामिलिट्री और PAC की कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। हमले की जानकारी देते हुए डीएम ने बताया कि भीड़ ने गाड़ियां और ट्रांसफॉर्मर फूंक दिए। साफ है कि हमले की योजना पहले से थी। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से शुरू की गई। ऐहतियातन फोर्स फोर्स तैनात की गई थी। हमारी टीम ने किसी को उकसाने का काम नहीं किया। किसी फोर्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
मुख्यमंत्री धामी बोले- कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है। जिन लोगों ने हमला और आगजनी की है, उनकी पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस, इंटेलिजेंस के अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ हालात की समीक्षा की। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। फोर्सेस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।
नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया था- मदरसा और नमाज वाली जगह पूरी तरह अवैध है। तीन एकड़ जमीन से कब्जा हटाया गया। गुरुवार को अवैध निर्माण ढहा दिया गया।