बदायूॅं जनमत। प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र बुजुर्ग शिक्षक शाकिर अली रिजवी का आज इंतक़ाल हो गया। जिले के कस्बा सैदपुर निवासी शाकिर अली रिजवी 90 वर्ष के थे। कस्बा सैदपुर में दारुल उलूम गौसिया परिसर में उनकी नमाजे जनाज़ा ईद गाह के पेशे इमाम मुफ्ती सैयद वाक़िफ अली अशरफी ने पढ़ाई। उनको नमाज इशा के बाद दादा मियां परिसर में सुपुर्दे खाक किया गया। इस अवसर पर उनके जनाज़े में भारी हुजूम उमड़ा।
उनके आवास पर पहुंच कर और उनके जनाजे में नगर पंचायत चेयरमैन इशरत अली खान, भाजपा नेता विकार अहमद, मुस्लिम कुरेशी, हाजी हफीज खान, सय्यद डिग्री कॉलेज के प्रबंधक फतेह अली, शिक्षक हाजी कैसर अली रिज़वी, शिक्षक हाजी स्वाले अली, हाजी इकतीदार अली उर्फ गुड्डू भाई, शिक्षक प्रभाकर मिश्र, समाज सेवी अनवर अली खान, भाजपा नेता अखिलेश्वर दयाल सक्सेना, डॉक्टर एम आर खान, शानू ठेकेदार, फखरे आलम, मुन्ना खान सहित भारी संख्या में लोगों ने उनके परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की।
एक सप्ताह पूर्व अचानक उनकी तबियत खराब होने पर परिजन उन्हें मुरादाबाद, दिल्ली ले गए। तबियत में कोई सुधार न होने पर रविवार को वापस घर ले आए। आज दोपहर के समय उनकी मृत्यु हो गई। अपने पिता स्वर्गीय सय्यद असगर अली स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के 3 पुत्रों में वह सबसे बड़े पुत्र थे।
