बदायूॅं जनमत। बदायूं-मुरादाबाद हाइवे स्थित गांव सिलहरी के पास पेट्रोल पंप के नजदीक एक मोर का शव पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि मोर की किसी अज्ञात वाहन से टकरा कर मौत हुई है। लेकिन, उसकी मौत की स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं सूचना पर पहुंची डायल पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर पास में ही गढ्ढा खोदकर मिट्टी में दबा दिया। सोशल मीडिया पर जब पशु प्रेमियों ने पुलिस की इस कार्यप्रणाली के खिलाफ आवाज बुलंद की तब पुलिस को एक राष्ट्रीय पक्षी के अंतिम संस्कार का प्रोटोकॉल याद आ गया। साथ ही वन विभाग की टीम ने मोर के शव को गढ्ढे से निकलकर उसके पोस्टमार्टम की कार्यवाही शुरू कर दी है।
पुलिस द्वारा मोर को गढ्ढे में दबाने के फोटो वायरल करने पर पशु प्रेमी विकेन्द्र शर्मा ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर पुलिस और वन विभाग की लापरवाही बताते हुए ट्वीट किया। इसके बाद वन विभाग की टीम एक्टिव हो गई। बताया जाता है कि राष्ट्रीय पक्षी का शव मिलने पर सबसे पहले वन विभाग को उसका पोस्टमार्टम कराना जरूरी है, ताकि मौत का कारण पता लग सके। जबकि इसके बाद उसके शव का प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाता है। हालांकि न तो ये पुलिस को पता था और न ही वन विभाग ने शुरुआत में रुचि दिखाई। शिकायतबाजी के बाद अफसर सक्रिय हो गए। वन रेंजर आकांक्षा गुप्ता ने बताया कि टीम को भेजकर मोर निकलवाया जा रहा है। उसका पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।