बदायूॅं जनमत। उसहैत क्षेत्र के गांव रसूलपुर नगला में जश्ने शादी खाना आबादी के मौके पर इस्लाहे मुआशरा कांफ्रेंस का आयोजन हुआ। जिसकी सदारत कादरी मस्जिद के इमाम मौलाना नूर मोहम्मद तहसीनी ने की। मेहमान ए खुसूसी सज्जादानशीन खानकाहे आलिया कादरिया रजविया नूरिया दरगाह ए आला हज़रत बरेली से मुफ्ती अहसन रज़ा खान और मुफ्ती गुलफाम रज़ा रामपुरी रहे। कांफ्रेंस की निज़ामत आमिर रज़ा ने की।
गांव रसूलपुर नगला निवासी तालिब बरकाती के शादी के मौके पर आयोजित इस्लाहे मुआशरा कांफ्रेंस का आग़ाज़ बुधवार रात बाद नमाज़े इशा तिलावते कुरआन पाक से हुआ। इसके बाद नातख्वां हाफिज फारूक, मुस्तकीम हज़रतपुरी, अब्दुलर्राजिक, नईम कादरी, रिहान रज़ा, अय्यूब रज़ा आदि ने एक के बाद एक उम्दा कलाम पेश किए।
मेहमाने खुसूसी मुफ्ती गुलफाम रज़ा रामपुरी ने समाज में फैली बुराईयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुसलमानों जिंदगी और जवानी कमली वाले आका सल्ल• के नाम कर दो। आका के बताए रास्ते पर चलकर जिंदगी बिताने पर न तो कोई बीमारी होगी और न ही कोई तक्लीफ़ आएगी। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि आका करीम सल्ल• के जैसे खाना खाने, पानी पीने, सोने, चलने, बैठने, कपड़े पहनने से तुम्हारी जिंदगी भी संवर जाएगी और तुम्हे इबादत का सवाब भी मिलेगा। हर मुसलमान को आज नबी करीम सल्ल• को अपना आइडियल बनाना बेहद जरूरी है।
वहीं सज्जादानशीन खानकाहे आलिया कादरिया रजविया नूरिया दरगाह ए आला हज़रत बरेली से तशरीफ़ लाए हज़रत मुफ्ती अहसन रज़ा खान ने सैकड़ों लोगों को अपने हाथ पर बैअत कर सिलसिले में दाखिल किया, इसके बाद उन्होंने खास हुआ कराई। इस मौके पर उसहैत की जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती असगर अली, गौसिया मस्जिद के इमाम तनवीर रज़ा, तफज़ील बरकाती, हाजी इक़बाल खां, हाजी इकरार खां, नबी हसन, इशराक़ अली, हाफिज आरिफ रज़ा आदि मौजूद रहे। 

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