बदायूॅं जनमत। प्रतिबंधित कटीले तार से की गई खेत की बाड़बंदी में फंसकर ढाई साल की मासूम बच्ची की सोमवार देर शाम मौत हो गई। बच्ची तकरीबन दो घंटे से लापता थी और परिवार वालों ने उसके अपहरण की आशंका जताई तो पुलिस ने इस मामले में बहलाकर ले जाने का मुकदमा दर्ज कर लिया। जबकि बाद में बच्ची का शव कटीले तार में फंसा मिला। फिलहाल पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम को भेज दिया है।
कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव जोरीनगला निवासी मुकेश खेती किसानी करते हैं। उनकी ढाई साल की बेटी शाम के वक्त अचानक लापता हो गई। परिजनों के मुताबिक बच्ची अंशिका घर के बाहर खेल रही थी। परिवार वालों ने उसकी तलाश की लेकिन कोई पता न लगने पर गांव के एक व्यक्ति पर बच्ची को अगवा करने का आरोप लगाया तो पुलिस ने बहलाकर ले जाने का केस लिख लिया। जबकि देर शाम बच्ची गांव के बाहर खेतिहर इलाके में कटीले तार में उलझी मिली। बताया जाता है कि कटीले तार के बीच से निकलते वक्त गले का धागा तार में फंस गया, ऐसे में उसने वहां से बचने के लिए काफी हाथपांव मारे। इसी कारणवश उसके घुटने समेत हाथ भी कटीले तार से कट गए। गला फंसा रहा और मासूम की मौत हो गई।
परिजनों के मुताबिक बच्ची के माता-पिता ने गले में काला धागा इसलिए पहनाया था, ताकि उसे किसी की नजर न लगे लेकिन यही धागा उसका काल बन गया। अंशिका भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी। सूचना मिलने पर एसओ उदयवीर सिंह मौके पर पहुंचे। घटना की जांच दी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम को भेजा है। वहीं कादरचौक एसओ उदयवीर सिंह ने बताया कि कंटीले तार में बच्ची के गले का धागा फंस गया था। गला कसने से बच्ची की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मुकदमा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर खेत मालिक के खिलाफ तरमीम किया जाएगा।