बदायूॅं जनमत। मीट की दुकान का लाइसेंस बनाने के नाम पर आठ हजार रुपये की रिश्वत लेते सदर नगर पालिका के बाबू मुशाहिद अली को सोमवार को बरेली से आई एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। नगर पालिका दफ्तर से बाबू के पकड़े जाने से खलबली मच गई। टीम ने आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के जालंधरी सराय निवासी अरसलान खान ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी कि वह शहर में मीट की दुकान खोलने के लिए लाइसेंस बनवाना चाहते हैं। इसके लिए एक महीने से नगर पालिका बदायूं के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन लाइसेंस का पटल देख रहा बाबू मुशाहिद कभी 20 तो कभी 10 हजार रुपये की मांग करता आ रहा था। काफी खुशामद के बाद मुशाहिद अली से आठ हजार रुपये में बात फाइनल हो गई।
सोमवार को रुपये देने का वादा था। जानकारी मिलने पर एंटी करप्शन की टीम ने बाबू को पकड़ने के लिए घेराबंदी कर दी। टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर प्रवीण सान्याल ने अपनी टीम को नगर पालिका के आसपास लगा दिया। पूर्वाह्न 11:46 बजे नगर पालिका कार्यालय में जैसे ही अरसलान ने बाबू मुशाहिद को आठ हजार रुपये दिए टीम ने उसे रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।
एंटी करप्शन की धरपकड़ व कनिष्ठ लिपिक की गिरफ्तारी से नगर पालिका दफ्तर में खलबली मच गई। टीम ने भी किसी को कुछ सोचने समझने का मौका नहीं दिया। बाबू को गाड़ी में बैठाया और सिविल लाइन थाने ले आए। यहां मुशाहिद से पूछताछ की। एंटी करप्शन इंस्पेक्टर की ओर से सिविल लाइंस थाने में मुशाहिद के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
