बदायूँ जनमत। आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाई गई। प्रातः राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने किया, तत्पश्चात एनसीसी कैडेट्स ने फ्लैग मार्च करते हुए ध्वज को सैल्यूट किया। डॉ अंशु सत्यार्थी ने उच्च शिक्षा निदेशक के सन्देश का वाचन कर सभी कोसुनाया तत्पश्चात राष्ट्रगान हुआ।
सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कुमारी साक्षी एवं सेजल मिश्रा के राष्ट्रभक्ति गीत सराहे गए। नीरज यादव, शैलवी चौहान, अर्जुन सिंह,गीतांजलि सिंह, शिवम सोलंकी आदि ने छन्द व मुक्तक युक्त ओजस्वी भाषण दिया। प्रिया, मिरसी सागर, प्रदीप कुमार आदि ने अपनी स्वरचित कविताएं सुनाईं। शिवानी सागर, शिल्पी सिंह, सुंदरम श्रीवास्तव,स्वाति दुबे, तान्या सक्सेना,स्नेहा पांडेय, अर्पित माथुर, पूजा भारती, आदि की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी सराही गईं।
डॉ राजधारी यादव ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी मिलने तक के राष्ट्रीय आंदोलन के इतिहास को रेखांकित किया। डॉ संजय कुमार ने अपने भाषण में इतिहास के अनछुए पन्नों को पलटा। डॉ प्रेमचंद चौधरी, डॉ राकेश कुमार जायसवाल, डॉ सतीश सिंह यादव आदि ने अपने विचारों से राष्ट्र की एकता अखंडता को मजबूत बनाने एवं स्वयं के व्यक्तित्व निर्माण के माध्यम से राष्ट्र का निर्माण करने का आह्वान किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने छात्र-छात्राओं से अपेक्षा की कि वे अनुशासन में रहते हुए महाविद्यालय के शैक्षिक वातावरण को बनाए रखने में सहयोग करें तो यह भी एक सच्ची राष्ट्र की सेवा होगी। डॉ गुप्ता ने एनसीसी कैडेट्स वीरेंद्र, प्रदीप कुमार, प्रिया, पायल जादौन, सोनू, मोनिका, गरिमा,पारुल तोमर आदि को विभिन्न उपाधि वाले बैज का अलंकरण कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ सत्यार्थी ने किया। कार्यक्रम समापन के पश्चात महाविद्यालय के आंतरिक मुख्य द्वार पर रातोरात बनाए गए भारत माता का विशाल तैल चित्र वाले सेल्फी प्वाइंट के समक्ष छात्र-छात्राओं में सेल्फी लेने के लिए काफी उत्साह दिखा। शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी भारत माता के साथ सेल्फी लिया। मिष्ठान वितरण के बाद कार्यक्रम का समापन हो गया।
इस अवसर पर डॉ अनिल कुमार, डॉ हुकुम सिंह, डॉ बबिता यादव, डॉ संजीव राठौर, डॉ सारिका शर्मा, डॉ शशी प्रभा, डॉ पवन शर्मा, डॉ ज्योति विश्नोई, डॉ सरिता यादव, डॉ नीरज कुमार, डॉ दिलीप कुमार वर्मा, डॉ सचिन राघव, डॉ गौरव कुमार सिंह, संजीव शाक्य, प्रमोद कुमार शर्मा, वीर बहादुर, राजीव पाली आदि के साथ कुल 326 छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।