बदायूँ जनमत। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा लाखों रुपयों में खरीदा गया मोबाइल टॉयलेट (चलता – फिरता) खड़े खड़े ही गल गया। हैरत की बात तो यह है इसका इस्तेमाल एक भी दिन नहीं हुआ है। उसहैत में अनेक धार्मिक कार्यक्रम व मेलों का आयोजन होता है लेकिन, नगर पंचायत प्रशासन द्वारा किसी भी कार्यक्रम में इसे प्रयोग नहीं किया गया। उसहैत नगर पंचायत प्रशासन ने जनता के लाखों रुपयों को खड़े खड़े ही गला दिया। प्रशासन बताए कौन है इसका जिम्मेदार..??
मोबाइल टॉयलेट नगर पंचायत उसहैत का कोई पहला उपक्रम नहीं है जो लाखों रुपयों का होने के बावजूद खड़े खड़े बरसात के पानी में गल गला हो। इसके अलावा कूढा ढोने वाले दर्जनों रिक्शे भी खड़े खड़े कबाड़ा हो गये। वहीं सीबर टैंक का भी कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि उसहैत नगर पंचायत प्रशासन ने जनता के विकास को आए इतने रुपये खराब कर दिये जितनों से नगर के पतले नाले और खराब सड़कें सही हो सकती थीं। लेकिन भ्रष्ट नगर पंचायत प्रशासन की हठधर्मिता ने लाखों रुपयों ढूबो दिए।
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी सत्यपाल का कहना है कि यह सारा सामान उनके समय में नहीं खरीदा गया है। इसलिए उन्हें पूर्ण जानकारी नहीं है। फिर भी अगर कोई सामान खराब हुआ है तो उसकी मरम्मत कराई जायेगी।
