बदायूँ जनमत। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुस्लिम पी जी कॉलेज ककराला में चौदह सितम्बर को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभाग अध्यक्ष मोहम्मद शुएब ने छात्र एवं छात्रों हिंदी का महत्त्व समझाया। उन्होंने कहा संस्कृत भारत की सबसे प्राचीन भाषा है। जिसे आर्य भाषा या देवभाषा भी कहा जाता है। हिंदी इसी आर्य भाषा संस्कृत की उत्तराधिकारिणी मानी जाती है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि हिंदी का जन्म संस्कृत की ही कोख से हुआ है।
उन्होंने कहा कि संस्कृत के माहेश्वर से हिंदी के उत्पन होने के प्रमाण मिलते हैं। माहेश्वर सूत्रों की उत्पत्ति भगवान नटराज (शिव) के द्वारा किये गये ताण्डव नृत्य से मानी गयी है। विभाग अध्यक्ष ने बताया की कैसे दूसरी भाषाओं के शब्द भी हिंदी में उत्पन्न हुए। इस अवसर पर विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
रुकय्या खानम, मिन्हाज खान, रफत खानम, शाहिद खान, हुमायूं खान, इनतसाब खान अदि मौजूद रहे।