बदायूँ जनमत। एक निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के ढाई महीने बाद पुलिस ने अस्पताल के तीन चिकित्सकों समेत 4 के खिलाफ इलाज में लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की है।
कस्बा बिनावर में थाने के सामने शुभ कृष्णा अस्पताल है। इस अस्पताल में मोहम्मदनगर गांव निवासी भूरे ने 8 नवंबर को पत्नी शीला देवी को प्रसव पीड़ा के चलते भर्ती कराया था। दूसरे दिन 9 नवंबर को शीला को ब्लड की जरूरत होने की बात यहां तैनात डॉक्टर पूनम शर्मा व डॉ आशु शर्मा ने कही। डॉक्टर प्रेमपाल यादव समेत एक अन्य व्यक्ति भी था। मुकदमे के मुताबिक इसी दौरान शीला ने बच्ची को जन्म दिया और कुछ देर बाद दोनों की मौत हो गई।
घटना के बाद गांव के तमाम लोग मौके पर पहुंचे और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद डॉक्टर्स समेत स्टाफ वहां से खिसक गगया। परिजनों ने आरोपी चिकित्सकों समेत स्टाफ के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी, लेकिन थाने से लेकर एडीजी बरेली जोन तक कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद परिवार के लोग कोर्ट की शरण में पहुंचे और कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने डॉक्टर पूनम, डॉ आशु शर्मा और डॉक्टर प्रेमपाल यादव समेत एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एसएचओ बिनावर अजब सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
वहीं अस्पताल संचालक के बेटे डॉ अमित शर्मा ने बताया कि प्रसूता में खून की कमी थी। परिजनों को इसकी जानकारी भी दी थी, लेकिन वह ब्लड का इंतजाम नहीं कर सके। इसी बीच प्रसव हो गया तो प्रसूता समेत उसकी बेटी को यहां से रेफर कर दिया। बाद में उनकी मौत हुई। अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टरों के स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं हुई है।