बदायूँ जनमत। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन संविदा कर्मचारी संघ के नेतृत्व में पूर्व नोटिस के तहत आज दूसरे दिन भी अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर विद्युत संविदा कर्मचारियों ने सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर सुबह दस बजे से कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में कार्यदाई संस्था ओरियन सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली और विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। वहीं कर्मचारियों का कहना है कि विद्युत वितरण खंड द्वितीय बदायूं के विद्युत संविदा कर्मचारियों के इपीएफ 99 लाख रुपए और विद्युत वितरण खंड तृतीय बिसौली के विद्युत संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ 71 लाख रुपए का गबन किया गया है। वहीं विद्युत वितरण खंड प्रथम बदायूं और चतुर्थ उझानी के ईपीएफ के गवन को अधिशासी अभियंता द्वारा अभी तक उजागर नहीं किया गया है, तथा विद्युत वितरण मंडल बदायूं के चारों खंड प्रथम बदायूं, द्वितीय बदायूं, तृतीय बिसौली तथा चतुर्थ उझानी के विद्युत संविदा कर्मचारियों का लगभग तीन करोड़ रुपए के ईपीएफ का गवन अनुबंधित कार्यदाई संस्था के द्वारा किया गया है। साथ ही लगभग तीन करोड़ रुपए का जीएसटी का भी गबन किया गया है। कर्मचारियों के नेता प्रदेश उपाध्यक्ष हर्षवर्धन ने बताया कि ईपीएफ और जीएसटी के अलावा संविदा कर्मचारियों के अन्य मदों में भी जैसे स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत दुर्घटनाग्रस्त, कर्मचारियों के इलाज के रुपए का गबन, यूनिफॉर्म का गबन, सुरक्षा उपकरण के पैसे का गवन तथा अन्य प्रकार से लगभग दो करोड़ का और भी गबन किया गया है। अगर, विभागीय अधिकारियों के द्वारा ईमानदारी से जांच कराई जाए तो लगभग 10 करोड़ का गबन अनुबंधित कार्यदाई संस्था के द्वारा किया गया है। प्रदेश संगठन मंत्री हरीश चंद्र यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले समय-समय पर संविदा कर्मचारियों के द्वारा धरना प्रदर्शन कर विभागीय अधिकारियों से मांग की जाती रही है कि कार्यदाई संस्था के विरुद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए संविदा कर्मचारियों के साथ कार्यदाई संस्था के द्वारा धोखा किया जा रहा है। उसमें संज्ञान लेकर कार्यवाही की जाए लेकिन, विभागीय अधिकारियों के द्वारा संविदा कर्मचारियों को सिर्फ गुमराह किया गया है। आज तक किसी भी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट बृजेश सिंह और सीओ सिटी आलोक मिश्रा ने धरना स्थल पर पहुंचकर समस्याओं से संबंधित विद्युत संविदा कर्मचारियों से जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन लिया। यहां जिलाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार सिंह ने मांग करते हुए कहा कि अनुबंधित कार्यदायी संस्था के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवा कर काली सूची में डलवाया जाए।
धरना प्रदर्शन के दौरान राकेश कुमार, जापान सिंह, विपिन कुमार, सतपाल शर्मा, मुसब्बिर अली, पवन पटेल, अनिल कुमार पाल आदि सैकड़ों संविदा कर्मचारी उपस्थित रहे।