बदायूँ जनमत। एक दंपती हत्याकांड में पुलिस ने सबूतों और गवाहों को आधार बनाते हुए आरोपी नाती के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। वह दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था, लेकिन गांव आकर अपने दादा-दादी से रुपये मांगता था। रुपये न देने पर ही उसने दोनों की हत्या कर दी थी। इसमें पुलिस ने मोबाइल लोकेशन, बस के टिकट और कई गवाहों के आधार पर नाती को आरोपी बनाया है।
मामला 22 जून 2022 की रात का है। उस रात फैजगंज बेहटा क्षेत्र के गांव दांवरी में 65 वर्षीय प्रेमशंकर और उनकी 62 वर्षीय पत्नी भगवानदेई की हत्या कर दी गई थी। पुलिस को 25 जून की शाम इसकी सूचना मिली। दोनों के शव अलग-अलग घर में पड़े थे। दरवाजों पर ताले लगे थे। आसपास के लोगों ने दोनों घरों से दुर्गंध आती महसूस की थी। तब इसकी पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस ने दोनों मकानों के ताले तुड़वाकर शवों को बाहर निकाला था।
इस संबंध में दंपती के मझले बेटे गेंदन ने अपने बड़े भाई रामपाल के बेटे हिमेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। थाना पुलिस ने 26 जून को उसे गिरफ्तार किया था। उसके पास से रोडवेज बस के टिकट बरामद हुए थे। इसके अलावा पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन खंगाली थी जिसमें उसकी लोकेशन 22 जून की रात गांव में मिली थी। हालांकि शुरुआत में उसने पुलिस से झूठ बोलने की कोशिश की थी, लेकिन इससे पहले पुलिस के पास कई सुबूत आ गए थे। बाद में आरोपी ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया था। इसके अलावा गांव के कई लोगों ने बयान दिए कि 22 जून की रात हिमेश को गांव में देखा गया था। गेंदनलाल ने भी उसके खिलाफ बयान दिए थे। इन तमाम सुबूतों को आधार बनाते हुए पुलिस ने हिमेश के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। एसओ सिद्धांत शर्मा ने बताया कि दोहरे हत्याकांड में मिले साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट लगाई गई है।
हिमेश दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था, लेकिन जब भी वह गांव आता था तो अपने दादा-दादी से शराब पीने को रुपये मांगता था। न देने पर मारपीट करता था। वह कई बार उनसे रुपये ठग चुका था। रुपये के लालच में वह एक माह में दिल्ली से दो-तीन बार यहां आता था। 22 जून की रात भी वह रुपये लेने ही आया था। जब उन्होंने रुपये देने से इंकार कर दिया तो उसने उनकी हत्या कर दी।