नूरी रज़ा मैमोरियल कॉलेज में ‘तालीम के मैदान में पैदा होने वाली दिक्कतें और उन्हें दूर करने के तरीके’ पर गोष्ठी

शिक्षा

बदायूँ जनमत। नूरी रज़ा मैमोरियल कॉलेज सैदपुर के कैंप कार्यालय पर आज एक विचार गोष्ठी “तालीम के मैदान में पैदा होने वाली दिक्कतें और उन्हें दूर करने के तरीके” विषय पर आयोजित की गई। जिसमे मुस्लिम कौम के गिरते हुई तालीमी स्तर को लेकर चर्चा करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर राशिद अजीज (उस्ताद शोबा ए ऊर्दू कश्मीर सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी श्रीनगर) ने कहा आज पूरी दुनिया में तालीम का महत्व बहुत बढ़ गया है। बिना तालीम के हम एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकते अगर दुनिया के साथ आंख से आंख मिलाकर चलना है तो तालीम की बेपनाह जरूरत है लेकिन, तालीम हासिल करने के लिए हमारे सामने बहुत सारे मसाइल हैं। जिन्हें दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
डॉ शफीक उर रहमान बरकाती (हेड ऑफ उर्दू डिपार्टमेंट सिरसी सादात पीजी कॉलेज सिरसी संभल) ने कहा आज आधुनिक समाज में शिक्षा के क्षेत्र में कई विकराल समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। महंगी तालीम सबसे बड़ी समस्या है। इस से उभारने के लिए एक बड़ी योजना पर काम करने की जरूरत है।
अल्लामा अबरार मिसवाही (प्रिंसिपल जामिया रज़ा ए हसनैन संभल) ने कहा हमारी सरकारें मदरसों को उच्चकरित करने के साथ उनमें आधुनिक शिक्षा की धारा प्रवाहित करने के लिए प्रयासरत हैं। लेकिन, हम अभी तक गफलत की नींद में सोए हैं। जिसकी वजह से अभी मदरसों में आधुनिक शिक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है।
डॉ वकार अहमद आज़मी (राजकीय इण्टर कालेज हुसैनपुर) ने कहा शिक्षा को विभिन्न क्षेत्रों में बांटा गया है और नई शिक्षा नीति ने तो इस सिलसिले में कमाल ही कर दिया है। जरूरत इस बात की है कि हम इसका गहन अध्ययन करें और शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान स्थापित करें ।


इस अवसर पर मास्टर नूर मोहम्मद, शाहिद हुसैन नूरी प्रिंसीपल नूरी रज़ा कालेज सैदपुर, ज़ीशान सिद्दीकी मैनेजर अल फलाह एजुकेशनल सोसायटी सैदपुर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता जाहिद हुसैन नूरी ने की और संचालन वाहिद हुसैन नूरी कुरैशी ने किया। अंत में नाहिद नूरी ने सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।

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