बदायूँ जनमत। दातागंज निवासी कांग्रेस नेता आतिफ खां जख्मी की माता (अम्मी) मरहूमा नन्नी बेगम की बर्षी के मौके पर इस्लाहे मोआशरा कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसकी सदारत डॉ मोहम्मद इस्माईल कादरी बरकाती ने की और सरपरस्ती खानकाह बिलग्राम शरीफ के सज्जादानशीन हज़रत सैयद सोहैल मियां की रही। कान्फ्रेंस की निजामत सलमान रज़ा बिलग्रामी ने की।
दातागंज के मंगलबाजार में आयोजित कान्फ्रेंस का आगाज़ तिलाबते कराने मजीद से हुआ। इसके बाद दर्जनों नातख्वां व उलेमाओं ने नात, मनकबत व तकरीर पेश की। शायरे इस्लाम अबुल हसन वाहिदी और उस्मान मंजरी ने भी अपने कलाम पेश किए।अख़लाक रज़ा ने तकरीर करते हुए मुसलमानों को बुरे कामों से बचने की हिदायत दी। साथ ही अपने माँ बाप की फरमा बर्दारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि आज मुसलमान अपने पीर को बड़ा और दूसरे पीर को छोटा करने में लगा है यह बिल्कुल गलत है। सारे सिलसिले चारो ईमामों से मिलते हैं, इसलिए कोई किसी की बुराई न करे।
वहीं खतीबे मिल्लत हज़रत हनीफुल कादरी ने मुसलमानों को दीन के साथ साथ दुनियावी इल्म (शिक्षा) हासिल करने की हिदायत दी। इसके अलावा उन्होंने नमाज़ और तक्बे की पाबंदी करने को भी कहा। साथ ही उन्होंने खानकाहे बिलग्राम शरीफ के बुजुर्गों के बारे में भी बताया। इसके बाद हज़रत सैय्यद सोहैल मियां ने सैकड़ों मुसलमानों को तौबा कराकर अपना मुरीद किया। सलातो सलाम के बाद हज़रत ने दुआ ए खैर की।
इस दौरान दर्जनों मसाजिदों के इमाम हज़रात मौजूद रहे।
