बदायूँ जनमत। करीब पांच दिन पहले भी अपाचे गैंग ने उसहैत क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम दिया था। पीड़ित ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी थी लेकिन, पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया। अगर पुलिस उस घटना को गंभीरता से लेती तो शायद अब अटैना पुल पर हुई लूट की घटना बच सकती थी।
जानकारी के अनुसार करीब पांच दिन पहले उसहैत इलाके के गांव खेड़ाजलालपुर के निकट अपाचे बाइक गैंग ने मैन रोड़ पर शाम के वक्त एक बाइक को तमंचे के बल पर रोका था। जिस पर तीन लुटेरे सवार थे। एक के हाथ में लोहे की रॉड़ थी। लूटेरों ने कादरचौक की ओर सहावर से आ रहे बाइक सवारों से लूट की। चर्चा है कि पीड़ित सहावर में एक मोबाइल टावर पर अॉपरेटर का काम करता है। लुटेरों ने उनकी बाइक का पीछा कर बाइक को रोका और उनका मोबाइल छीन लिया, इससे पहले कुछ और लुटते इसी दौरान एक लुटेरे ने बाइक के पीछे बैठे व्यक्ति के हाथ में लोहे की रॉड मार दी। इससे उसकी चीख निकल गई। चीख सुनकर पास में सिबाला फैट्री पर मौजूद लोगों ने टार्च मारकर आवाज लगाई। इससे लुटेरे घबरा गए और पीड़ित का केवल मोबाइल ही लुटकर कादरचौक की ओर वापस भाग निकले।
बताया जाता है कि पीड़ित ने सुबह आकर चौकी में इसकी सूचना दी थी लेकिन, पुलिस मामले को दबा गई। अगर पुलिस उस घटना के बाद जरा सी भी चौकन्नी रहती तो शायद अटैना पुल पर हुई लूट बच सकती थी।