बदायूँ जनमत। आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग के द्वारा एक दिवसीय स्टूडेंट्स सेमिनार आयोजित कर छात्र-छात्राओं की वार्षिक निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता कराई गई।
विभागाध्यक्ष डॉ बबीता यादव के निर्देशन में आयोजित सेमिनार में “ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक स्थिति में हो रहे परिवर्तन: इंटरनेट युक्त स्मार्टफोन की भूमिका” विषय पर चर्चा परिचर्चा के उपरांत छात्र-छात्राओं के मध्य भाषण प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें प्रथम विजेता बीए तृतीय वर्ष की छात्रा पारुल गुप्ता रही।दूसरा स्थान आशीष कुमार, प्रियंका गुप्ता एवम अंजलि को संयुक्त रूप से मिला। तीसरे स्थान पर अंशिका सोलंकी और राजा शर्मा ने सफलता प्राप्त की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने तथा संचालन समाजशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सतीश सिंह यादव ने किया। निर्णायक की भूमिका का निर्वहन डॉ हुकुम सिंह, डॉ राजधारी यादव एवं डॉ प्रेमचंद चौधरी ने किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ जायसवाल ने कहा कि इंटरनेट के युग में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन हुए हैं, जिसमे ग्रामीण क्षेत्र भी अछूता नहीं है। ग्रामीण महिलाओं की जीवन शैली, सोच विचार, संस्कृति और भावनाओं में परिवर्तन हुआ है। मोबाईल फोन से उन्हें बहुत कुछ सीखने समझने के साथ अपने अधिकारों को जानने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। डॉ प्रेमचंद चौधरी ने मोबाइल के दुरुपयोग से होने वाले सामाजिक और वैक्तिक विघटन पर प्रकाश डाला। डॉ ज्योति विश्नोई, डॉ नीरज कुमार, डॉ मितिलेष कुमार, प्रीति राठौर, शिखा, बलवीर गौतम आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर डॉ संजय कुमार, डॉ गौरव कुमार, डॉ सचिन राघव, डॉ सरिता यादव, अनुज प्रताप सिंह,आर्यन गुप्ता, अंकित बाबू, अनामिका शाक्य, सोनल राठौर आदि उपस्थित रहे।