बदायूँ जनमत। इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड अॉफ इंडिया की जानिब से 22वें रमज़ान के मौके पर इस साल भी इजतिमाई रोज़ा इफ्तार का आयोजन किया गया। रोज़ा इफ्तार शहर के इस्लामियां कॉलेज के हॉल में बोर्ड के नेशनल चेयरमैन मौलाना डॉ यासीन उस्मानी की सरपरस्ती में हुआ।
वहीं सलीम एडवोकेट के दस साल के बेटे द्वारा लगातार 22 रोजे पूरे होने पर मौलाना डॉ यासीन उस्मानी ने शॉल पहनाकर व बुके देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि रमज़ान का महीना बड़ी बरकत वाला है। इस महीने में अल्लाह अपने बंदों के बेहद करीब होता है। हमें चाहिए कि अल्लाह की इबादत कर इस पाक महीने की अजमते, बरकतें और रहमतें हासिल करें। रोजे का मतलब अपने नफ्स को काबू करना है। श्री उस्मानी ने कहा कि हमारा बोर्ड कौमो मिल्लत और इंसानियत के लिए काम करता है। जिससे प्रदेश भर के इंटेलेक्चुअल लोग जुड़ रहे हैं।
इस दौरान हकीमुद्दीन खां, जिला अध्यक्ष इबादुर्रहमान, जिला सचिव अनस आफताब, डॉ सैय्यद नूरूल हसन, डॉ गफ्फार सिद्दीक़ी, डॉ शकील अहमद, फखरे अहमद शोबा, साहिबे आलम, आमिर सुल्तानी, सलीम अहमद, अहमद परवेज, डॉ शफीक, डॉ नईम अंसारी, सैयद शाहिद अली, यामीन उस्मानी, गौहर खांन, हन्नान मियां, मोहम्मद मियां, साजिद अंसारी, कमर आलम आदि लोग मौजूद रहे।