बदायूॅं जनमत। बीते दिनों ईद उल जुहा के मौके पर स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक मस्जिद के बाहर इस्लाम धर्म की पवित्र किताब कुरआन ए पाक की बेअदबी करते हुए जलाने की घटना कारित हुई, जिसने दुनिया के मुस्लिम जगत में रोष पैदा कर दिया है। 57 मुस्लिम देशों के सबसे बड़े इस्लामिक सहयोग संगठन oic के महासचिव ने सऊदी अरब के जद्दा में स्थित मुख्यालय में आपातकालीन बैठक बुलाई जहाँ रोष व्यक्त किया गया। इस घटना से इस्लामिक देश ही नहीं बल्कि दुनिया का हर मुसलमान गुस्से में है। इसी दौरान भारत के राज्य उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं के कस्बा बिसौली के मोहल्ला सराय स्थित मस्जिद कलाँ में जुमा की नमाज़ के बाद मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों द्वारा कुरान शरीफ की प्रतियां अपने माथे से लगाकर बिना किसी शोर-शराबे और बिना किसी जुलूस के सादगी के साथ शांतिपूर्ण तरीके से स्वीडन में हुई घटना का विरोध प्रदर्शन किया गया। एक मुसलमान के लिए कुरान शरीफ की क्या अजमत है, इशारों इशारों में बयान की गई। इसी दौरान मुस्लिम समुदाय के जिम्मेदार लोगों ने कहा कि इस्लाम धर्म की मुक़द्दस किताब कुरान ए पाक को लेकर जो हरकत की गई है। वह किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।