बदायूॅं जनमत। बरसात के समय कस्बा सैदपुर में भारी जलभराव देखने को मिलता है। हर गली, मोहल्ले और घर में पानी ही पानी देखने को मिलता है। वहीं नगरवासियों को रोना इस बात का है कि बरसात में होने वाले जलभराव से उन्हें आज तक कोई भी निजात नहीं दिला पाया। यहां तक कि तत्कालीन डीएम दीपा रंजन ने तालाबों की सफाई के आदेश दिए थे, इसके बावजूद नगर पंचायत प्रशासन के कान पर जूं नहीं रेंगी।
बता दें कि नगर पंचायत सैदपुर में लगभग हर मोहल्ले का एक तालाब है। सारे मोहल्ले का पानी उसी तालाब में जाता है। वर्तमान में नगर पंचायत प्रशासन की सांठगांठ से तालाबों पर अवैध कब्जे हैं, शेष तालाबों में घांस का जमना भी पानी को समा पाने की क्षमता को शून्य किये हुए है। इससे बरसात के समय तालाब पानी की वापसी मार देता है। नतीजतन बरसात का पानी गलियों और घरों में घुस जाता है। इससे मोहल्ले के लोग बेहद परेशान रहते हैं। लोग इसे नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही मानते हैं। उनका कहना है कि बरसात से बहले अगर तालाबों की सफाई कराई जाए तो यह नौबत नहीं आयेगी। लोगों का कहना है कि तत्कालीन डीएम दीपा रंजन के आदेश के बावजूद तालाबों में कभी एंटीलार्वा नहीं छिड़का जाता जिससे बीमारियां फैलने का डर रहता है। आज वृहस्पतिवार को हुई बरसात ने नगरवासियों का रहना मुहाल कर दिया है।