बदायूँ जनमत। एक प्रेमी युगल ने शादी में पारिवारिक विरोध के चलते एक साथ फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। वहीं परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।सूचना लगने पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस को दोनों परिवारों ने तहरीर की जगह सुलहनामा दिया।
थाना कादरचौक के ग्राम धनुपुरा में एक प्रेमी जोड़े राकेश पुत्र राजाराम व सुरभी पुत्री सुरेश (काल्पनिक नाम) का तीन चार साल से प्रेमप्रसंग चल रहा था। करीब दस दिन से युवती सुरभि राकेश के साथ गायब रही। मृतक राकेश की मां को दोनो के संबंध के बारे में पता चला तो उन्होंने लड़की पक्ष से विवाह की बात की, मगर लड़की पक्ष ने जातीय ऊंचनीच यानी कुरी का हवाला देकर रिश्ते से इंकार कर दिया।
जानकारी के मुताबिक मृतक प्रेमी प्रेमिका के घरों में लगभग 300 मीटर का फासला है। सुरभी मृत्यु से एक दिन पूर्व अपनी ननिहाल भोजपुर से राकेश के साथ लौटी थी। रात में दोनों ने प्रेमिका के चाचा के खाली पड़े मकान के पीछे खड़े नीम के पेड़ पर एक ही दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अगले दिन सोमवार सुबह पांच बजे राहगीर ने दोनों के शवों को लटकते देखा। दोनों पक्ष घटना स्थल पर पहुंचे और हसिए से दुपट्टा काटकर शव अपने अपने घर ले गए। आनन फानन में दोनो के शवों का एक ही चिता पर नदी किनारे अंतिम संस्कार कर दिया गया।