बदायूँ जनमत। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने सम्भावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए उपजिलाधिकारी दातागंज धर्मेन्द्र कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता उमेश चन्द्र के साथ गुरुवार को तहसील दातागंज अन्तर्गत कटरा सआदतगंज में बाढ़ चौकी एवं राहत केन्द्र का जायजा लेते हुए व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने कटान रोकने हेतु एवं उसावां तटबंध पर सुरक्षा बचाव एवं कटान पर किए गए कार्यां का भी निरीक्षण किया। डीएम ने गंगा नदी से प्रभावित होने वाले गांव जटा एवं अहमदनगर बछौरा में स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने राहत चौपाल का आयोजन कर ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव व व्यवस्थाओं के सम्बंध में जानकारी दी। डीएम ने पशुओं के टीकाकरण, स्वास्थ्य शिविर के संबंध में जानकारी ली। डीएम ने निर्देश दिए कि गांवों का संपर्क मार्ग वाधित ना हो, ग्रामीणों को समय से बिजली एवं पेयजल आदि व्यवस्थाएं उपलब्ध रहे। समस्त प्रकार की पेंशन मिलती रहे सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें।
डीएम ने गत वर्षां में आई बाढ़ के बारे में जानकारी लेने के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी तैयारियों की जांच गहनता से की जाए। बाढ़ आने पर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों या पहुंचाया जाए। भोजन, पेयजल, दवा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर दवाइयों का वितरण कराएं तथा मच्छर रोधी दवा का छिड़काव गांव में साफ सफाई टीम लगाकर कराया जाए।
डीएम ने कहा कि जनपद में सम्भावित बाढ़/आपदा़ को दृष्टिगत रखते हुए एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में कंट्रोल रूम स्थापित हैं, जिसका दूरभाष नम्बर 05832-266052 तथा मोबाइल नम्बर 7505389289 है, यहां बाढ़ व आपदा से सम्बंधित सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि प्राथमिक विद्यालयों एवं पंचायत भवनों सहित अन्य शासकीय भवनों पर जिला व तहसील स्तरीय नियंत्रण कक्षों के नम्बरों की वॉल पेंटिंग कराई जाए।
डीएम ने बाढ़ के दौरान फैलने वाली संक्रामक बीमारियों आदि के बारे में संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड ने संभावित बाढ़ से बचाव के मद्देनजर अब तक की कार्यां के बारे में अवगत कराया।
डीएम ने जनपद के तीनों तहसीलों के एसडीएम को अपने-अपने तहसीलों में बाढ़ से बचाव के दृष्टिगत किए जा रहे प्रबंधों एवं आवश्यक व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थानीय लोगों से किसी भी संभावित समस्या के बारे में पहले से ही जानकारी प्राप्त कर इसका निस्तारण सुनिश्चित करा लिया जाए। उन्होंने बाढ़ के दौरान किसी भी संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक और जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए।
डीएम ने कहा कि बाढ़ एक आकस्मिक आपदा है, इसलिए इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए पहले से ही सतर्क दृष्टि बनाई रखी जाए। उन्होंने राहत शिविरों में स्वच्छ पेयजल, विद्युत आपूर्ति, चिकित्सा की व्यवस्था, क्लोरीन की गोली की उपलब्धता आदि की व्यवस्थाओं के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया। पशुओं की देखरेख, भूसा चारे की व्यवस्था आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए पशु चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया। डीएम ने ग्रामीणों को अवगत कराया कि बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर रखी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी आदि टीमें तैयार है। नांवो व गोताखोरों की समुचित व्यवस्था है। संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए प्रशासन का सहयोग करें।