बदायूॅं जनमत। आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय में एनएसएस, एनसीसी एवम रोवर्स रेंजर्स के सहयोग से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्राधिकरण की सचिव एवं अपर जिला एवम सत्र न्यायाधीश सारिका गोयल, विशिष्ट अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवेश कुमार एवम प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने सरस्वती माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने तथा संचालन एनएसएस के नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने किया। सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान शिव देवी सरस्वती विद्या मंदिर की छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत किया गया। स्वागत भाषण कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजधारी यादव ने दिया।
मुख्य अतिथि सारिका गोयल ने कहा कि सभी नागरिकों के लिये उचित और निष्पक्ष न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने तथा गरीबों और महिलाओं को निशुल्क न्याय हेतु जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि विधिक क्षेत्र के दायरे से बाहर भी यदि किसी गरीब कमजोर व्यक्ति के साथ अन्याय हो रहा है अथवा सरकारी सुविधाओं और योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है तो उसके लिए भी विधिक सेवा प्राधिकरण सहयोग करता है।
लीगल डिफेन्स काउंसलर कशिश सक्सेना ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस का प्रारम्भ सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 1995 में समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिये की गई थी जो विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के अंतर्गत समाज के कमजोर वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सेवाएँ प्रदान करने के लिये और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए लोक अदालतों का आयोजन करता है।
डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 39 A अवसर की समानता के आधार पर न्याय को बढ़ावा देने के लिये समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने का प्रावधान करता है। अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 22 (1), विधि के समक्ष समानता सुनिश्चित करने के लिये राज्य को बाध्य करता है। जिसको वास्तविक धरातल पर उतरने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का अमूल्य योगदान अनवरत जारी है।
विशिष्ट अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवेष कुमार ने विवादों को सौहार्द्रपूर्ण ढंग से निपटाने के लिये लोक अदालतों की संचालन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। वहीं प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा किए जा रहे कमजोर वर्गों को निशुल्क न्याय दिलाने के अभियान की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। रोवर लीडर डॉ नीरज कुमार ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
इस अवसर पर डॉ सचिन राघव, डॉ संजय कुमार, डॉ ज्योति बिश्नोई, डॉ प्रेमचंद चौधरी, डॉ गौरव कुमार, डॉ दिलीप कुमार वर्मा, कांति नंदन, सोनल राठौर, पायल जादौन, पवन कुमार, अंकित बाबू , साधना, नीलम, अनन्या मिश्रा, भुवनेश, विकास यादव, आलोक, किशनपाल, नेहा शर्मा आदि उपस्थित रहे।