नई दिल्ली जनमत। केंद्र सरकार की योजना अग्निपथ का ऐलान क्या हुआ बिहार में बड़े स्तर पर बवाल शुरू हो गया. अब तक करोड़ों रुपये की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा चुका है. ट्रेनों में आग लगाने के अलावा तोड़फोड़ और सरकारी निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है. अब इस मामले को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय जहां एक्टिव हुआ है, वहीं खुफिया तंत्र को अलर्ट कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों की मानें, तो एक भी उपद्रवी बख्शे नहीं जाएंगे. पुलिस को खबर मिली है कि छात्रों के वेश में कुछ नकाबपोश भी रेलवे को निशाना बना रहे हैं और विरोध का ये सिलसिला अब नुकसान पहुंचाने और लूटपाट तक पहुंच चुका है।
पुलिस मुख्यालय भी पूरी तैयारी में है. जहां-जहां बवाल हो रहा है, वहां के उपद्रवियों की एक-एक तस्वीर को स्कैन करने का काम शुरू हो गया है. पुलिस उन सभी आरोपियों को पहचान करने में जुटी है. जो विरोध से ज्यादा हुड़दंग और बवाल कर रहे हैं. पुलिस ने अब तक इस मामले में 100 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दो दर्जन से अधिक पर गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस का कहना है कि छात्रों से पुलिस की कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन छात्रों की आड़ में जो आग लगाने का काम कर रहे हैं, उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. आरा, भोजपुर, बक्सर, लखीसराय, मुंगेर और दरभंगा, मुजफ्फरपुर सहित बाकी इलाकों में हुई रेलवे स्टेशनों पर आगजनी की घटना की सूक्ष्म जांच की जा रही है।
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध और हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार के गृह विभाग ने देर रात तक हाई अलर्ट जारी किया है. अलर्ट के जरिए पूरे राज्य के पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी करने के साथ आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. घटना की मॉनिटरिंग का जिम्मा जिले के डीएम को सौंपा गया है. पुलिस मुख्यालय ने घटना के हिसाब से बिहार के कई इलाकों के रेंज तय किए हैं. जिसमें भोजपुर, गया और छपरा के अलावा लखीसराय मुंगेर शामिल है. इन जिलों की पुलिस उपद्रवियों का उपाय करने में जुटी है. सभी उपद्रवियों का डाटा कलेक्ट कर उन्हें जिला पुलिस मुख्यालय को भेजा जा रहा है. पुलिस ने संवेदनशील स्थानों पर मजिस्ट्रेट के अलावा पुलिस की तैनाती कर दी है. इधर, सादे वेश में खुफिया विभाग के अधिकारी भी सभी घटनास्थल पर पहले से मौजूद रह रहे हैं. पुलिस सूत्रों की मानें, तो खुफिया विभाग की ओर से डाटा कलेक्ट कर पुलिस मुख्यालय को भेजने की कवायद शुरू है।
पुलिस ने दो दर्जन उपद्रवियों की पहचान कर ली है, उन्हें उनके किये की सजा देने की तैयारी चल रही है. एडीजी लॉ एंड आर्डर संजय कुमार सिंह ने बताया राज्य के कई जिलों हंगामा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को लेकर कार्रवाई की जा रही है. अबतक करीब दो दर्जन एफआईआर दर्ज की गई हैं. उपद्रव में शामिल 120 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय कुमार सिंह ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को प्रदर्शनकारियों की पहचान कर उन पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे दिया गया है. पुलिस प्रशासन को ताकीद किया गया है कि संवेदनशील जगहों की पहचान कर वहां मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाए ताकि किसी भी तरह की स्थिति को अविलम्ब नियंत्रित किया जा सके।