बदायूॅं जनमत। दो बच्चों की हत्या के मामले में आरोपी जावेद को रिमांड के लिए सीजेएम मोहमद साजिद के न्यायालय में आज शुक्रवार को पेश किया गया। न्यायालय ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस पर पिता विनोद का कहना है कि एक आरोपी को जेल और दूसरे को मौत मिली है। अब हम इस संबंध में कुछ कहना नहीं चाहते। अब जो भी कार्रवाई होगी, वह पुलिस करेगी या फिर कोर्ट करेगा। वहीं उनके घर पर आसपास के और तमाम रिश्तेदार सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।
बता दें कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की बाबा कॉलोनी में 19 मार्च शाम विनोद कुमार के बेटे आयुष (13) और अहान उर्फ हनी (6) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। घटना को अलापुर थाना क्षेत्र के सखानूं निवासी साजिद और जावेद ने अंजाम दिया था। दोनों विनोद के घर के सामने ही सैलून चलाते थे। साजिद चाकू लेकर विनोद कुमार के घर में घुस गया था और उनके दो बच्चों को गला रेतकर मार डाला था। मझले बच्चे पीयूष पर भी हमला किया था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया था। इस हत्याकांड में आरोपी साजिद पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था, लेकिन जावेद बचकर भाग निकला था। उसने बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली से बरेली आकर सरेंडर किया था। घटना की वजह साफ न होने की वजह से परिवार वाले अब तक पुलिस पर ही अंगुली उठा रहे थे। पुलिस के खुलासे पर सवाल खड़े कर रहे थे लेकिन अब वह कुछ कहने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने पहले जो सवाल उठाए थे, अब उन्हें दोहराना नहीं चाहते। बच्चों के पिता विनोद ठाकुर का कहना है कि वह इस संबंध में कुछ नहीं कहना चाहते। वह इतना जानते हैं कि एक आरोपी को जेल और दूसरे को मौत की सजा मिली है। अब आगे की कार्रवाई पुलिस और न्यायालय करेगा।
साजिद और जावेद की कॉल रिकॉर्ड से खुलेंगे कई राज
इस हत्याकांड में दोनों हत्यारोपियों की कॉल रिकॉर्ड महत्वपूर्ण साक्ष्य बन सकता है। इससे घटना के खुलासे में काफी मदद मिलेगी। हत्याकांड वाले दिन दोनों आरोपियों ने मोबाइल पर किस-किस से बात की थी। वह लगातार किससे बात कर रहे थे। यह अहम सवाल है। पुलिस ने कुछ कॉल रिकॉर्ड भी निकलवाई हैं लेकिन इस संबंध में पुलिस कुछ कहने को तैयार नहीं है। पुलिस ने इसे विवेचना का पार्ट बताते हुए कुछ कहने से इनकार कर दिया है।