बदायूॅं जनमत। एजुकेटर व्यवस्था के विरुद्ध आंगनबाड़ी श्रमिक संघ एटक का 19वें दिन भी धरना जारी रहा। सुबह से शाम तक धरने पर डटे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मालवीय आवास गृह पर भोजन बनाकर खाया। वहीं धरना स्थल पर पहुंची शहर की सुपरवाइजर के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की, जिससे माहौल गर्म हो गया और वह धरनास्थल से लौट गई।
जिला अध्यक्ष मिथिलेश कुमारी ने कहा हम सब इस देश की वह नारी हैं जिन्होंने इतिहास में नाम दर्ज कराया है। प्रशासन और विभाग हमें नजर अंदाज कर रहा है जिसको लेकर लड़ाई पूरे प्रदेश में छिड़ गई है। लखनऊ में लगातार संघर्ष कर रहीं बहनों के साहस और हिम्मत के लिए हम बधाई देते हैं। यह लड़ाई हम सबकी है, हममें कोई मतभेद नहीं है। एजुकेटर व्यवस्था पूरी तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को खत्म करने के लिए बनाई गई है। इसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा। जिला अध्यक्ष ने कहा बदायूं की स्थानीय समस्याओं पर जिला प्रशासन भी संज्ञान ले, विभाग में लूट के अड्डे बने हुए हैं इनको भी खत्म करना है।
माया देवी, शारदा मौर्य ने संबोधित करते हुए कहा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए गुलामी की प्रथा से निकालना है। इतनी सरकारें आईं और चली गईं परंतु इन महिलाओं के प्रति किसी की संवेदनाएं नहीं जागी, आखिर क्यों मजदूरों से कम मानदेय दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उत्तर प्रदेश में ही सबसे कम मानदेय क्यों दिया जा रहा है। वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ममता भदोरिया, जिला कोषाध्यक्ष प्रेमलता चौहान ने कहा आंदोलन के दौरान कोई भी कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे, अपना हक लेकर यहां से जाएंगे।
वहीं क्रमिक अनशन पर ममता देवी, आदर्श लता भारती, प्रेमवती, तिर्वा देवी, तपेश्वरी बैठीं। धरने पर गायत्री सागर, वर्षा रानी, पूनम माहेश्वरी, ममता महेश्वरी, राजेश्वरी, रश्मि शर्मा, रेणु देवी, हेमलता, मीनाक्षी, जय श्री आदि मौजूद रहीं।