बदायूॅं जनमत। गाजियाबाद के डासना मंदिर का महंत नरसिंहानंद ने एक बार फिर नबी करीम की शान में गुस्ताखी की है। नरसिंहानंद व इसके शिष्यों ने पैगंबरे इस्लाम और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसको लेकर देशभर में धरना प्रदर्शन हो रहे हैं। जिसके चलते अब बरेली से भी आवाज़ उठाई है।
जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान ने बताया कि उलेमा किराम का एक प्रतिनिधिमंडल बरेली कलेक्ट्रेट पहुंचा और कहा कि डासना के नरसिंहानंद जोकि इस्लाम के खिलाफ विवादित बयान देता रहता है फिर इसने पैगंबर इस्लाम के खिलाफ गुस्ताखी की और इसके शिष्य छोटा नरसिंहानंद अनिल यादव, नरसिंहानंद गिरी, निर्धारन, राम स्वरुप ने अपने हालिया बयान में ग़ुस्ताख़ नरसिंहानंद सरस्वती की तरह पवित्र पैगंबरे इस्लाम व इस्लाम के चौथे ख़लीफ़ा हज़रत अली व पहले ख़लीफ़ा सिद्दीक़े अकबर के बारे में गुस्ताखी कर धार्मिक भावनाओं को अपमानित किया है। बरेली मरकज़ द्वारा सरकार से मांग की गई है कि जल्द से जल्द इन गुस्ताखों को गिरफ्तार किया जाये। इन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होती है तो फिर बरेली मरकज से ऐलान कर देशभर में प्रदर्शन किये जायेंगे और हिंदुस्तान भर की तमाम ख़ानक़ाहों को इकठ्ठा करके बरेली में प्रदर्शन होगा।
प्रतिनिधि मंडल मे मुफ्ती अफज़ाल रज़वी, जामियातुर्रजा के प्रिंसिपल मुफ्ती शकील साहब, मुफ्ती गुलज़ार साहब, अब्दुल सत्तार उर्फ मुन्ना मियां, आबिद अज़हरी, हाफ़िज़ इकराम, डॉ मेहंदी, शमीम अहमद, मोईन खान, अब्दुल्लाह खान, शईबउद्दीन रज़वी, सय्यद इकरार अली, ज़ुबैर नबी, अज़ीम खान, बिलाल घौसी, अदनान रज़ा, मुकीम घौसी आदि मौजूद रहे।
