बदायूॅं जनमत। वन विभाग का एक दरोगा ही सरकारी पेड़ों को कटवा कर लूटमार करने में लगा हुआ है। करतूत खुलने पर पकड़ी गई लकड़ी को राजकीय पौधशाला में रखवा दिया गया है। अब विभागीय अफसर लीपापोती करने में जुट गए हैं।
कादरचौक थाना क्षेत्र के गांव बादुल्लागंज से लकड़ी माफियाओं ने शीशम के चार पेड़ों का कटान किया था। ट्राली में भरकर उन पेड़ों को रमजानपुर स्थित आरा मशीन पर लाया गया था। सूचना पर पहुंचे भीकम सिंह ने पूछताछ की तो पकड़े गए कथित वन चौकीदार ललित ने बताया कि मोहन दरोगा के कहने पर पेड़ काटे हैं। सख्ती करने पर माफिया लकड़ी को बेच तो नहीं सके, लेकिन वन विभाग की सकरी कासिमपुर स्थित पौधशाला पहुंचा दिया। अब कुछ विभागीय अफसर अपने गुर्गों को बचाने में लगे हुए हैं।
इस संबंध में अरशद रसूल ने वन विभाग से शिकायत की है। साथ ही डीएम को भी अवगत कराया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि मोहन दारोगा ने फोन पर अभद्र व्यवहार किया और एक कथित पत्रकार के जरिए धमकाने का प्रयास भी किया।
निगम के सुपुर्द नहीं की गई लकड़ी…
नियमानुसार सरकारी लकड़ी को वन निगम के सुपुर्द किया किया जाना चाहिए। यहां कथित वन चौकीदार ललित के अनुसार काटी गई लकड़ी से सकरी कासिमपुर स्थित राजकीय पाठशाला का गेट बनाया जाएगा।
लकड़ी कारोबारी से कराते हैं बेगार…
यदि सरकारी काम है तो सरकारी वाहन या फिर नियमानुसार हायर किए गए वाहन का प्रयोग किया जाना चाहिए। यहां रमजानपुर निवासी लकड़ी कारोबारी हामिद हुसैन के कृषि कार्य के लिए पंजीकृत ट्रैक्टर का प्रयोग किया गया था, जिसका 23 जुलाई 2023 से बीमा भी नहीं है। बिना बीमित वाहन से यदि कोई हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा..?
मामला संज्ञान में आया है। लकड़ी माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल नोटिस देकर दारोगा का जवाब तलब किया गया है।
वीके वरुण, क्षेत्रीय वनाधिकारी, बदायूं रेंज