बदायूॅं जनमत। राजकीय मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग की कोशिश के चलते एक किलो से कम वजन के नवजात को स्वस्थ्य कर परिजनों को सौंपा गया। विभागाध्यक्ष डाक्टर रचना गुप्ता ने बताया कि रेखा पत्नी गजेंद्र सिंह के नवजात शिशु को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। उसका वजन एक किलो से भी कम था। साथ ही उसके शरीर में खून और प्लेटलेट्स की कम थी। परिजनों ने उसे गंभीर अवस्था में पहले पीलीभीत में भर्ती कराया, उसके बाद बरेली के एक अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन हालत में कोई सुधार न होने की वजह से रेफर कर दिया गया। जिसके बाद राजकीय मेडिकल कालेज के एनआईसीयू में बीस दिन पहले भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान कई बार बच्चे की स्थिति गंभीर हुई और उसे छोटे वेंटीलेटर पर रखा गया। खून व प्लेटलेट्स चढ़ाई गईं और पूरी टीम के प्रयास से बच्चे को बचाने में सफलता प्राप्त हुई। नवजात को अच्छी अवस्था में उसके परिजनों के हाथों में सौंपा गया। इसके बाद राजकीय मेडिकल कालेज और खासकर बाल रोग विभाग की समस्त टीम की प्रशंसा हो रही है।