बदायूॅं जनमत। रुहेलखंड के मिनी कुंभ ककोड़ा मेला में इस बार सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री आबिद रजा ने कार्तिक पूर्णिमा पर दो दिवसीय सेवा कैम्प लगाया और विशाल भंडारा किया। दिनभर हजारों श्रद्धालुओं ने बैठकर प्रसाद रूपी भोजन ग्रहण किया। भक्तों की भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं में पूर्व मंत्री की सेवा भावना और आयोजन की व्यवस्था की मुक्तकंठ से सराहना की।
सुबह से ही सेवा कैम्प में श्रद्धालु जुटने लगे थे। साधु-संतों के पंडालों और झूलों के आसपास भक्ति का माहौल था। वहां भोजन वितरण के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए पानी, छाया और विश्राम की विशेष व्यवस्था की गई थी। भंडारे में खिचड़ी, पूड़ी-सब्जी, हलवा आदि प्रसाद के रूप में परोसे गए।
पूर्व मंत्री आबिद रजा ने कैम्प में उपस्थित रहकर श्रद्धालुओं से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने स्वयं भोजन वितरण में सहयोग करते हुए सेवा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “मेलों की यही परंपरा हमारी संस्कृति की पहचान है। यहां भक्ति, सेवा और आपसी प्रेम का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।” भंडारे में पहुंचे श्रद्धालुओं ने आबिद रजा और उनके साथियों को साधुवाद देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में भाईचारे और एकता की भावना को मजबूत करते हैं। श्रद्धालुओं का कहना था कि भीड़ के बावजूद व्यवस्था सुचारू और अनुशासित रही, जिससे हर व्यक्ति ने श्रद्धा और सुकून के साथ प्रसाद ग्रहण किया। साधु-संतों ने भी भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया और आयोजकों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सेवाएं न केवल धर्म का पालन हैं, बल्कि मानवता की सच्ची मिसाल भी हैं। मेला परिसर में दिनभर भक्ति और उल्लास का माहौल बना रहा। श्रद्धालु झूलों, पंडालों और धार्मिक प्रवचनों का आनंद लेते रहे। वहीं शाम होते-होते सेवा कैम्प के बाहर भी लोगों की भीड़ बनी रही, जो प्रसाद लेकर अपने घरों को रवाना हुए।
पूर्व मंत्री आबिद रजा के इस भंडारे की चर्चाएं पूरे मेला परिसर में होती रहीं। लोगों ने कहा कि उन्होंने सेवा और सहयोग की जो मिसाल पेश की है, वह आने वाले समय में भी समाज को प्रेरणा देती रहेगी।

