बदायूँ जनमत। कस्बा उसहैत में हर साल की तरह इस साल भी जश्ने ईद मिलादुन्नबी धूमधाम से मनाया गया। जिसके चलते सुन्दर सुन्दर झांंकियों के साथ विभिन्न मार्गों से होता हुआ जुलूस निकाला गया। जिसकी सदारत जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती असगर अली ने की। वहीं नगर के हिंदू व मुसलमानों ने जुलूस पर गुलाब के फूलों की वर्षा कर एकता का परिचय दिया।
बता दें जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस पैगम्बर ए इस्लाम हुज़ूर मुहम्मद मुस्तफा और अल्लाह के नबी की पैदाइश के दिन निकाला जाता है। इस दिन आखिरी नबी दुनियां में तशरीफ लाए और समाज से कुरीतियों का ख़ात्मा किया। लोगों को इंसानियत, प्यार, अमनो शांति का पैग़ाम दिया। इस दिन हर मुसलमान अपने कमली वाले आक़ा की तशरीफ की खुशी में अपने घरों पर इस्लामी परचम लहराता है। साथ ही लंगर व फात्हांख्वानी करता है।
उसहैत में भी मुसलमानों ने इसी परंपरा को निभाया। जुलूसे मुहम्मदी जामा मस्जिद से शुरू होकर नगर के विभिन्न मुख्य मार्गों से होता हुआ वापस जामा मस्जिद पहुंचा। जहां सलातो सलाम के बाद दुआ के साथ जुलूस का समापन हुआ। इस मौके पर जगह जगह नातख्वानी व तकरीर का भी दौर चला। जुलूस में मौलाना अकबर अली, मौलाना बिलाल नूरी, हाफ़िज मुजफ्फर कादरी, हाफ़िज मंसूर कादरी, हाफ़िज सयद जुबैर अली, हाफ़िज शादाब कादरी, हाजी समिउल्लाह, हाजी रजिउद्दीन, सयद परवेज अली, सैयद शाहिद अली, पूर्व चेयरमैन नबाव हसन, मोअज्जम खां, आसिफ नियाज़ी, सभासद मासिर खांन, हसरत हुसैन, पूर्व प्रधान साबिर, हसमत अली खलीफा, शारिक हुसैन अंसारी, सयद रियासत कादरी, फरमानउद्दीन, शाहनवाज खान आदि मौजूद रहे।