बदायूँ जनमत। सैदपुर कस्बे के मैन रोड पर मोहल्ला खांची में ईद मिलादुन्नबी के जलसे में बरेली के मौलाना अफलाक रजा साहब ने पैगम्बरे इस्लाम की आमद (जन्म) से पहले की अरब देशों में कुरीतियों और बुराइयों का जिक्र करते हुए कहा समाज से कुरीतियों को दूर करने के लिए उन्होंने संघर्ष किया और बुरे कार्यों से समाज को निजात दिलवाई। उनके कार्य समाज में और विशेषकर मुसलमानों में उच्च स्तर के आदर्श स्थापित करने की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने कहा हमारे नबी मोहम्मद साहब ने जो नेकी का रास्ता बताया है उसमें दुश्मनों के खिलाफ भी प्यार का पैगाम दिया है। इस पर अगर मुसलमान अमल करें वह स्वयं तो उन्नति करेंगे ही साथ ही समाज में भी अच्छा वातावरण स्थापित होगा।
इससे पूर्व मौलाना शाने आलम खान ने अपनी तकरीर में इस्लाम के आखिरी नबी मोहम्मद साहब सल्लल्लाहो अलेह वसल्लम से पहले जो भी नबी इस्लाम में आए हैं। सभी नबियों की विशेषताएं बताई और मुसलमानों से उन्हें अपनी जिंदगी में आत्मसात करने की सलाह दी। जलसे का आगाज रिजवान नूरी ने दिलकश नात शरीफ से किया इसके अलावा दर्जन भर लोगों ने नात शरीफ पड़ी।
जलसे का संचालन हाफिज अकरम नूरी ने किया, मेंबर ए रसूल पर मौजूद लोगों का हाफिज अदीब रजा ने श गुलपोशी करके खैर मकदम किया, हाफिज रिजवान नूरी, हाजी हफीज़ खान, हाफिज इदरीस मेंबर रसूल पर मौजूद रहे। जलसे की समाप्ति पर सलातो सलाम के बाद देश की तरक्की और शांति की दुआएं मांगी गई। जलसे की विशेषता यह रही मेन रोड पर होने के बाद वाहनों के आवागमन की कमेटी के मोहम्मद फिरोज और गुलाम मुस्तफा ने विशेष रूप से व्यवस्था की, कमेटी के सैयद शीराज अली ने प्रशासन और सभी लोगों का सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया।
