बदायूॅं जनमत। शेखूपुर रोड स्थित आसिम सिद्दीकी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य ने तीन अध्यापकों को कॉलेज से निष्कासित कर दिया। आरोप है कि उनको बगैर कारण निष्कासित कर दिया और उनकी सैलरी भी नहीं दी गई है। जिससे चलते निष्कासित कार्मिकों ने नोटिस भी दिए हैं। इस संबंध में आसिम सिद्दीकी डिग्री कॉलेज के मैनेजर जोएब अली सय्यद से जानकारी ली गई, तब उन्होंने बताया कि इन लोगों से बातचीत चल रही है।
शहर के मोहल्ला सोथा निवासी नवेद अहमद ने आरोप लगाते हुए कहा कि आसिम सिद्दीकी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य ने 16 अप्रैल को बिना कोई पूर्व सूचना दिए तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया। जिस कारण निष्कासित कर्मचारी मानसिक आर्थिक तनाव से ग्रसित हो गए हैं। सभी निष्कासित कार्मिकों ने कॉलेज के प्राचार्य व अकाउंटेंट पर गंभीर आरोप भी लगाएं हैं। कॉलेज में पिछले 10 सालों से कार्यरत नवेद अहमद में बताया कि कॉलेज प्रशासन को हमारे खिलाफ गलत व झूठी जानकारी दी गई जिसके चलते निष्कासित किया गया है। नवेद अहमद ने आरोप लगाते हुए कहा कि हम सब के खिलाफ प्राचार्य और अकाउंटेंट ने एक गहरा षड्यंत्र रचा और इस षड्यंत्र के तहत हम सबको कॉलेज प्राचार्य ने तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्राचार्य द्वारा इस प्रकार से निष्कासित करना कर्मचारी नियमों के विरुद्ध है। नवेद अहमद ने कहा कि वह विभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचारों को उजागर करके उनके असली चेहरों को दुनिया के सामने लाकर रहेंगे। जिससे कि पता चल सके की विद्या के मंदिर में इस तरह के कार्य एवं भ्रष्टाचारों का कोई स्थान नहीं है। हमने कारण जानने के नोटिस भेजा हैं।
अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि बिना किसी नोटिस के अचानक प्राचार्य ने मेरे साथ पांच और लोगों को बिना किसी नोटिस और गलती के अचानक महाविद्यालय से निष्कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि निष्कासन कॉलेज के औपचारिक लेटर पैड पर नहीं है, और न ही उस पर कोई भी पत्रांक संख्या है। निष्कासन से गहरा आघात पहुंचा। उन्होंने कहा कि निष्कासन का कारण बार बार पूछने पर भी प्राचार्य द्वारा कोई भी जवाब अभी तक नहीं दिया गया है। अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि परीक्षाएं कराने का परीक्षा पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया गया है। अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि समस्या का समाधान न होने पर उनको गलत कदम उठाने पर विवश होना पड़ेगा। इसके जिम्मेदार वह सभी लोग होंगे, जिन्होंने बिना किसी नोटिस के निष्कासित किया है।
कॉलेज टेली कॉलर ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनको बगैर बताए निष्कासित कर दिया, और सैलरी भी नहीं दी है। उन्होंने सैलरी की मांग की तो उनसे कहा कि आपका भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन कुछ दिन बाद मुकर गए, उनका भुगतान नहीं किया गया है।
