बदायूॅं जनमत। बदायूं में स्थित रावण के मंदिर में हर साल दशहरा पर्व पर रावण की पूजा होती है। इस साल भी अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण महासभा एवं भगवान परशुराम चौक स्थापना सेवा समिति के तत्वाधान में अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष एवं भगवान परशुराम चौक स्थपना सेवा समिति के अध्यक्ष पंडित अमन मयंक शर्मा के नेतृत्व में दशहरा के पर्व पर रावण मंदिर में भगवान शिव एवं महान शिव भक्त रावण की विशेष पूजा अर्चना की गई।
इससे पूर्व पं अमन मयंक शर्मा ने रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अरविन्द कांत के साथ रामलीला बदायूं में रावण का किरदार निभाने वाले रावण के स्वरुप का तिलक कर माला पहनाकर एवं पटका पहनाकर आरती की गई।
पंडित अमन मयंक शर्मा, पंडित यशोमोहन शर्मा एवं शशिकांत रावत ने भगवान शिव एवं रावण का षोडशोपचार पूजन किया एवं मंत्र जाप किया। इसके उपरांत भगवान शिव को समर्पित हवन का आयोजन कर रावण एवं भगवान शिव की आरती कर प्रसाद वितरित किया गया। पंडित अमन मयंक शर्मा ने रावण रचित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ एवं गायन कर दशहरा पूजन सम्पूर्ण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रावण जैसा शिव भक्त चारों युगों में पैदा नही हुआ। प्रत्येक मनुष्य को रावण की विद्दान्ता, उनकी शिव भक्ति एवं अच्छाइयों से सीख लेनी चाहिए। गौरव पाठक ने कहा कि रावण ने भगवान शिव की सर्वश्रेष्ठ स्तुति शिव तांडव स्त्रोत की रचना कर शिव भक्ति को एक नया आयाम दिया। ज्योतिषाचार्य यशोमोहन शर्मा एवं शशिकान्त रावत ने कहा कि रावण महाज्ञानी, परम प्रतापी एवं तेजस्वी थे। रितेश उपाध्याय ने कहा कि प्रत्येक शिव भक्त को रावण से भगवान शिव की असीम भक्ति करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। अंत मे पं अमन मयंक शर्मा ने रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ कर दशहरा पूजन सम्पूर्ण किया।