किछौछा जनमत। ऑल इंडिया उलमा व मशाइख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हजरत सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी गौसुल आलम हजरत मख़्दूम अशरफ़ जहांगीर सिमनानी रहमतुल्लाह अलैही के उर्स के समापन के अवसर पर खानकाह अशरफिया हसनिया शेख़ ए आज़म सरकार ए कलां किछौछा शरीफ में आये हुए ज़ायरीनों को संबोधित करते हुए कहा कि हम इस बारगाह में अपनी अपनी अक़ीदतों के फूल लेकर हाजिर हुए और अपने दामने मुराद को भर कर ले जा रहे हैं। आए हुए सभी लोग मुहब्बत के पैकर बन कर घर लौटें, अगर जन्नत की तमन्ना है तो पहले जन्नत में रहने का हुनर सीखे और जन्नत में नफ़रत की कोई जगह नहीं है जो जन्नत में घर चाहता है उसे चाहिए पहले अपने घर में जन्नत जैसा माहौल पैदा करे और घर वालों के दरमियान मुहब्बत और अख़लाक़ को फैलाये अपनी बातचीत को पाक रखे। माँ बाप का एहतराम करे, बीवी के हुक़ूक़ समझें, बीवी शौहर का हक़ अदा करे उसका अदब करे।
आपस में मुहब्बत करें और अपने पड़ोसियों का हक़ अदा करें अपने हमवतन भाइयों से अख़लाक़ से पेश आयें क्योंकि जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है उससे लड़ने का अकेला हथियार आपका किरदार और मुहब्बत है आपको देख कर लोग कहने लगें कि यह मख़्दूमी ग़ुलाम है तो हक़ अदा होगा।
उन्होंने कहा कि अली अली को अपना वज़ीफ़ा बना लो खूब नारे लगाओ नामे अली के और अगर इस पर कोई तुम्हें राफ़ज़ी कहे तो घबराना नहीं मुझे आवाज़ देना मैं इन जालिमों से लड़ने को तैयार हूँ सहाबा की शान बयान करो और अगर कोई नासबी कहे तो भी मैं उससे लड़ने को तैयार हूँ इल्म और हिकमत की तलवार से उसका माकूल जवाब दिया जायेगा क्योंकि ज़ालिम के ख़िलाफ़ खड़े होकर उसे शिकस्त देना हमारा आबाई काम है।
हम औलादे अली हैं और हर दौर में यज़ीद की जंग अली और खानदाने अली से रही है इस लिए घबराना नहीं है ऐसी बकवास करने वाले ज़ालिम ज़ुल्म के पैरोकार हैं और देश के गद्दार भी इनके ख़िलाफ़ सरकार को भी कड़ा एक्शन लेना चाहिए क्योंकि कट्टर सोच आतंक की जननी होती है।
हज़रत ने ख़ास तौर से फ़िलिस्तीन में जारी ज़ुल्म के खात्मे के लिए दुआ की साथ ही दुनिया में हर जगह अमन व अमान और ख़ास तौर से भारत की तरक्की की दुआ की उर्स का समापन कुल शरीफ के बाद सलातो सलाम से हुआ । इस दौरान हज़रत सैय्यद हम्माद अशरफ, हज़रत सैय्यद हसन मियां, जनाब सैय्यद नवाज अशरफ के साथ भारत के अलग अलग राज्यों से आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के जिम्मेदारान व लाखों की तादाद में अकीदतमंदों ने शिरकत की।
