लखनऊ जनमत। यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार की शाम बड़ा हादसा हो गया। वजीर हसन रोड पर पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई। मलबे में 30 से 35 लोगों के दबे होने की आशंका है। जबकि 11 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। हादसे की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को दी गई। इसके साथ ही डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी मौके पर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि ये हादसा भूकंप की वजह से हुआ है। दरअसल, आज दिन नेपाल से लेकर भारत तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस प्राकृतिक आपदा के कुछ घंटे बाद ही लखनऊ में ये हादसा हो गया।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि 11 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। फिलहाल कोई हताहत नहीं हुआ है। इमारत अचानक से भरभराकर गिर गई थी। मौके पर NDRF, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को सुरक्षित बचा लिया जाए।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीएम ने घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कई अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मौके पर NDRF की अतिरिक्त टीम भी पहुंच गई है, इसमें 45 जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बाद नगर विकास मंत्री AK शर्मा, सीएम योगी के सूचना सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ ही प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। पांच मंजिला इमारत में करीब 15 परिवार रहते थे। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और नेता शाहिद मंजूर का परिवार भी इसी बिल्डिंग में रहता था। जब इमारत गिरी तो सपा नेता अब्बास हैदर के पिता और कांग्रेस नेता अमीर हैदर और उनकी पत्नी भी बिल्डिंग में मौजूद थे। इसके साथ ही बग़ल की बिल्डिंग में भी दरार आई है। डीजीपी डीएस चौहान ने कहा कि जिस समय बिल्डिंग गिरी उस समय 8 परिवार बिल्डिंग के अंदर थे। 5 लोग सकुशल निकाल लिए हैं। लगभग 30-35 लोगों के अंदर होने की संभावना है।रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है।