बदायूँ जनमत। आज के दौर में ईमानदारी की मिसाल बिरले ही मिलती है लेकिन समाज में ईमानदारी आज भी जिंदा है। ऐसा ही वाकया बिसौली क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर मई में देखने को मिला जब एक किशोर ने सेवानिवृत्त शिक्षक का खोया पर्स घर जाकर सौंप दिया। पर्स में पांच हजार की नकदी, महत्वपूर्ण कागजात के अलावा लगभग तीस हजार रुपए मूल्य की एक सोने की अंगूठी भी थी। हुआ यूं कि गांव मोहम्मदपुर मई स्थित शिव मंदिर पर बीते दिन आयोजित भंडारे में गांव के ही सेवानिवृत्त शिक्षक नत्थूलाल शर्मा का पर्स गिर गया। उक्त पर्स में पांच हजार की नकदी, जरूरी कागजात व एक सोने की अंगूठी रखी थी। श्री शर्मा ने यहां वहां तलाश किया लेकिन पर्स नहीं मिला। उक्त पर्स गांव के ही कक्षा नौ के छात्र अर्जुन दिवाकर पुत्र प्रमोद दिवाकर के हाथ लग गया। किशोर ने खोलकर देखा तो उसमें श्री शर्मा का आधार कार्ड व पेन कार्ड भी रखा था। छात्र ने ईमानदारी का परिचय देते हुए परिजनों के साथ घर जाकर उनका पर्स लौटा दिया। श्री शर्मा ने किशोर को बतौर पुरस्कार एक हजार रुपए दिए। पूरे गांव में बालक की ईमानदारी की मिसाल बनने की चर्चा है। इस दौरान रामकेश, रामेन्द्र प्रजापति, नन्हें यादव, प्रभात मिश्रा, अमोद मिश्रा, पिंटू मिश्रा, पूर्णानन्द शर्मा, सुनील मिश्रा, दिनेश कुमार शंखधार, चंद्र प्रकाश शर्मा, रामकुमार मिश्रा, सतीश मिश्रा, मुनीश मिश्रा आदि मौजूद रहे।