बदायूँ जनमत। पुलिसिया सिस्टम से आहत युवक ने सहसवान कोतवाली के सामने खुद को आग लगा ली। पुलिसकर्मियों समेत लोगों ने बमुश्किल आग बुझाकर उसे सीएचसी में भर्ती कराया। शुरूआत में तो थानास्तर पर मामले को दबाने की कोशिश हुई, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे हायर सेंटर रेफर करने की नौबत आई तो जिम्मेदारों ने अफसरों को मामले की जानकारी दी। फिलहाल झुलसे युवक को राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। वह तकरीबन 82 परसेंट जल चुका है। एसएसपी डॉ. ओपी सिंह समेत एसडीएम सदर भी मेडिकल कालेज पहुंचे और घायल का बयान दर्ज किया है।
सहसवान कोतवाली इलाके के गांव कैशों की मढ़ैया निवासी श्रीपाल (32) का पिछले दिनों उसके मौसेरे भाई से खेत की मेड़ काटने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई। मामला थाने तक आ गया। श्रीपाल पक्ष की ओर से 11 जनवरी को विरोधी पक्ष विक्रम के खिलाफ मुकदमा कराया गया। विरोधी पक्ष ने भी तहरीर दी और मुकदमा दर्ज हुआ। श्रीपाल के भाई कुंवरपाल ने एसएसपी को बताया कि मुकदमे के बाद से कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर क्राइम दिगंबर सिंह आरोपी पक्ष की ढाल बनते नजर आ रहे थे। यहां तक कि श्रीपाल को कोतवाली में बंद करके पीटा भी गया। बयान के बहाने उसे बुलाया गया और इंस्पेक्टर क्राइम सिपाहियों समेत उस पर टूट पड़े। आरोप है कि इससे पहले भी तकरीबन 30 हजार रुपये बतौर घूस दिगंबर सिंह ले चुके थे, लेकिन फिर भी वह नहीं माने और एकतरफा कार्रवाई का सिलसिला जारी रखा।
इन्हीं सबसे परेशान होकर सोमवार को कोतवाली के सामने श्रीपाल ने पेट्रोल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। इधर, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि श्रीपाल खुद को आग लगाकर कोतवाली परिसर में घुसा था। हालांकि पुलिस ने उसे बचा लिया। ऐसा उसने महज दबाव बनाने के लिए किया है। उसका इलाज कराया जा रहा है। मामले की जांच जारी है। जो भी दोषी निकलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई तय है।
