बदायूँ जनमत। शहर के आवास विकास में स्थापित राजकीय महाविद्यालय में एनएसएस इकाइयों के चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन अपने अपने अभिगृहीत गांव में भिन्न भिन्न दिवस आयोजित कर जन जागरूकता उत्पन्न किया गया।
ग्राम नरऊ बुजुर्ग में चल रहे प्रथम इकाई के शिविर में कार्यक्रम अधिकारी डॉ सतीश सिंह यादव के नेतृत्व में रैली निकालकर पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक किया गया। स्वयंसेवियों ने प्रत्येक परिवार में तुलसी के पौधों का वितरण भी किया। मुख्य अतिथि वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ सरिता ने कहा कि प्रकृति के विनाश की शर्त पर विकास स्वीकार नहीं है। हमें पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए ही आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। संगोष्ठी का संचालन भूमिका आर्य ने तथा आभार ज्ञापन अनूप सिंह ने किया।
इस अवसर पर उपासना, जोगेंद्र सागर, मोहम्मद शोएब सैफी, अनुज प्रताप सिंह, अंशिका सोलंकी, नेहा पाल, नेहा शाक्य, प्रतीक्षा यादव, आशीष कुमार आदि ने सहयोग प्रदान किया।
द्वितीय इकाई द्वारा ग्राम रसूलपुर में पौधारोपण कार्यक्रम किया गया। वहीं ग्राम पड़ौवा में चल रहे तृतीय इकाई के शिविर में नारी सम्मान एवं सुरक्षा दिवस आयोजित कर डोर टू डोर जनसंपर्क किया गया। स्वयंसेविकाओं ने महिलाओं को अपने सम्मान एवं सुरक्षा के लिए जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ बबिता यादव ने छात्राओं के संग प्रत्येक घर की महिलाओं से वार्ता की तथा उनके स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को जाना और उसके निराकरण के लिए उपाय बताए। मुख्य अतिथि लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर अरुण कुमार शुक्ला ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मुख्य वक्ता एनएसएस के नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के द्वारा ही कोई राष्ट्र अपनी शक्ति में वृद्धि कर सकता है। जिस देश में नारी की सुरक्षा और सम्मान नहीं है वह देश प्रत्येक स्तर पर पिछड़ेपन का शिकार है। संगोष्ठी को इतिहास के असिस्टेंट प्रोफेसर संजय कुमार एवं राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर दिलीप वर्मा ने भी संबोधित किया। सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान सेजल मिश्रा, भूमि मिश्रा, सलोनी, निधि आदि की टोली ने किया। ग्राम प्रधान जयप्रकाश ने शिविर आयोजित करने के लिए सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।