बरेली जनमत। शनिवार को ईद की नमाज 10ः30 बजे ईदगाह पर हुई, जिसमें हजारों की तादाद में नमाजी शामिल हुए। जानशीने ए ताजुशशरिया ग्रैंड मुफ़्ती ऑफ इंडिया हुज़ूर काईदे मिल्लत मुफ्ती मुहम्मद असजद रजा कादरी (असजद मियां) अपने आवास दरगाह आला हज़रत से ईदगाह के लिए रज़वाना हुए जहां उन्होंने ईद की नमाज अदा की। जिसमे हज़ारों लोगों शामिल रहे, और इस मौके पर हुज़ूर क़ाइदे मिल्लत ने तमाम सुन्नी मुसलमानों के लिए फलाह व बहबूद और मुल्क में अमन चैन कायम रहने के लिए के लिए खुसूसी दुआ फरमायी।
जमात रज़ा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मिया) ने गले मिलकर ईद की शुभकामनाएं दीं और मुल्कभर के लिए दुआ की। उन्होंने गरीबों की मदद करने का भी आह्वान किया। सलमान मियां ने कहा कि दुनिया भर के सूफिज़्म का मरकज़ बरेली शरीफ है। रमजान शरीफ़ के आखिरी दिन चांद दिखने के साथ ही ईद की तारीख तय की जाती है। ईद का त्यौहार हमेशा से ही चांद पर निर्भर करता है। ऐसे में चांद का दिखना जरूरी होता है। चांद देखने के साथ ही यह त्योहार मनाया जाता है। ईद का चाँद देखने के बाद मरकज़ से जानाशीने ताजुश्शरिया ग्रैंड मुफ़्ती ऑफ इण्डिया ईद मानाने का ऐलान करते हैं।
ईदगाह में जमात रज़ा मुस्तफा के जनरल सेक्रेटरी फरमान हसन खांन (फरमान मियां) ने भी ईद की मुबारकबाद पेश की।
इस मौके पर ईदगाह की कमेटी ने हुज़ूर काईदे मिल्लत का ज़ोरदार इस्तक़बाल किया। कोर कमिटी की जानिब से डॉ मेहदी हसन, हाफिज इकराम, शमीम अहमद, मोईन खांन के आलावा नावेद अज़हरी, तस्लीम रज़ा, दन्नी अंसारी आदि लोग मौजूद रहे।