बदायूॅं जनमत। 27 रमज़ानुल मुबारक बरोज़ जुम’अत-उल-विदा’ “ज़ुब्दतुल आरिफ़ीन शराफ़त-उल-औलिया हज़रत शाह मौलाना शराफ़त अली मियां अलैहिर्रहमा की यौमे विलादत-बा-सआदत अक़ीदत ओ मोहब्बत के साथ मनाई गई। आस्ताना ए आलिया सक़लैनिया शराफ़तिया पर सुबह से ज़ायरीन का तांता बंधा रहा, मज़ार पर अक़ीदतमंदों की हाज़िरी और चादर व गुलपोशी का सिलसिला चलता रहा।
दोपहर 1:15 बजे ख़ानकाह शरीफ़ में नमाज़े जुम’अत-उल-विदा’ अदा की गई। नमाज़ हाफ़िज़ ग़ुलाम गौस सकलैनी ने अदा कराई। नमाज़ के बाद मुल्क में अमन चैन, क़ौमो मिल्लत के इत्तिहाद ओ सलामती और फ़िलिस्तीनी मुसलमानों की हिफ़ाज़त की ख़ुसूसी दुआएं की गईं।
दादा पीर हज़रत शाह मौलाना शराफ़त अली मियां हुज़ूर के यौमे विलादत के मुबारक मौक़े पर ख़ानक़ाह शरीफ़ में बाद नमाज़ अस्र शाम 5:30 बजे फ़ातिहा ख्वानी हुई, फ़ातिहा सज्जादानशीन हज़रत ग़ाज़ी मियां हुज़ूर ने पढ़ी, इसके बाद ख़ानकाह शरीफ में रोज़ा इफ़्तार कराया गया। हज़ारों अक़ीदतमंदों ने एक साथ दस्तरख़्वान पर बैठकर इफ़्तार किया।
दरगाह पर हुआ रोज़ा इफ्तार का एहतमाम…
यौमे विलादत के इस पुरनूर मौके पर ककराला दरगाह शाह शुजाअत अली मियां पर शाह सकलैन एकेडमी की जानिब से बाद नमाज़ अस्र फ़ातिहा ख्वानी और रोज़ा इफ़्तार का एहतिमाम किया गया और मदरसा जामयतुल मुस्तफ़ा मोहसिनुल उलूम में भी फ़ातिहा ख्वानी व रोज़ा इफ्तार का एहतिमाम हुआ। इसके अलावा मुल्क भर व दीगर कई मुल्कों में योमे विलादत मनाया गया।
इस मौके पर नगर अध्यक्ष इंतखाव सकलैनी, हमजा सकलैनी, मुस्तजाब सकलैनी, मुस्लिम सर, कारी कैस, हाफिज अयाज़, हाफिज आमिल, तौसीफ सकलैनी, फराज सकलैनी, चाहत सकलैनी, हाफिज सरफराज आदि मौजूद रहे।