बदायूॅं जनमत। माहे रमज़ान उल मुबारक के आखिरी जुमे को अलविदा की नमाज़ अदा की गई। जिले भर में एक दिन पहले इसके इंतजाम किए गए। मस्जिदों और सड़क व मोहल्लों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त की गई।
जामा मस्जिद शम्सी में हजारों की संख्या में नमाज़ी नमाज़ अदा करने पहुंचे। इसके अलावा कस्बा उसहैत, ककराला, अलापुर, दातागंज, वजीरगंज, सैदपुर, बिसौली, फैजगंज बेहटा, इस्लामनगर, बिल्सी, सहसवान, उझानी आदि में तय सुदा समय पर जुमा अलविदा की नमाज़ अदा की गई। मस्जिद के इमामों ने तकरीर पेश की, उन्होंने रोज़े की फजीलत को बयां किया। इमामों ने कहा माहे रमज़ान के विदा होने पर रोज़ादार गमजदा होते हैं। माहे रमज़ान में अल्लाह अपने बंदों पर ख़ास रहमतों, बरकतों और मग्फिरत के रास्ते खोलता है। मुसलमान इस माह में नमाज के अलावा तरावीह की नमाज अदा करते हैं जिसमें कुरान मजीद सुना है। अब यह तमाम फजीलतें और रौनकें भी विदा होने वाली हैं।
अलविदा पर पढ़े जाने वाले अशआर…
अफसोस तू रुखसत हुआ माहे मुबारक अलविदा,
रो रोकर दिल ने यह कहा माहे मुबारक अलविदा,
तुझमें शबे कद्र एक थी सदा महीनों से भली,
सल्ले अला सल्ले अला माहे मुबारक अलविदा,
जन्नत के दरवाजे खुले दोजख के दरवाजे मुदे,
खालिक की थी क्या क्या अता माहे मुबारक अलविदा..!!
पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने अलविदा पर जामा मस्जिद के नमाजियों का स्वागत किया…
बदायूॅं जनमत। हर साल की तरह इस साल भी पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने माहे रमज़ान की आखिरी जुमा अलविदा पर जामा मस्जिद शम्सी पर पहुंचकर नमाजियों का स्वागत किया। उन्होंने नमाजियों से गले मिलकर जुमा अलविदा की मुबारकबाद पेश की। इस अवसर पर साजिद खान वरिष्ठ नेता, फरहत अली नगर अध्यक्ष, अफसर अली खान, कौसर अली खान, अनवर खान सभासद, पप्पन पीर जी, हारून पूर्व सभासद, छोटू , बब्लू आदि लोग मौजूद रहे।