बदायूॅं जनमत। कस्बा बिसौली से जायरीनों का एक जत्था पवित्र सफर-ए-उमरा के लिए रवाना हुआ। लोगों ने उनका जगह-जगह फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। अकीदतमंदों ने काबा शरीफ में वतन और दोस्तों, रिश्तेदारों के लिए दुआ की दरखास्त की। रविवार को बिसौली से हाफिज अब्दुल मुक्तादिर रज़ा नूरी, सरफराज अहमद, माे. अकील अहमद कुरैशी, डॉक्टर इकरार अहमद, अब्दुल तब्बाब अहमद, अशफा बी, रहनुमा बी, तुरहान अली सफर-ए-उमरा के लिए रवाना हुए। जत्थे में शामिल जायरीन सोमवार को दिल्ली एयरपोर्ट से जेद्दाह की फ्लाइट से उड़ान भरेंगे। इस मौके पर हाफिज दिलशाद रजा, हाफिज मेहरवान ख़ान, हाफिज अफसार नूरी, हा. अब्दुल कदीर, नन्हे मियां, शकील अहमद कुरैशी, हकीम मौ. इमरान सैफी, शाहिद कुरैशी, सैय्यद मुस्तफा, जहीर ऑटो, सभासद बाबू फारूकी, असलम सैफी, हाजी बाबू मंसूरी, साजिद अली अंसारी, अबरार सैफी, गुल मोहम्मद, अब्दुल कदीर पेंटर, शमशाद अहमद, आसिफ सैफी, पप्पू मंसूरी, कल्लू फारूकी, मौ. फरमान, मौ. अरमान, बंटी सैफी, इस्तखार खान आदि मौजूद रहे।