बदायूँ जनमत। एक मैंथा व्यापारी ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। व्यापारी मूल रूप से उझानी का रहने वाला था और यहां ऑफिस व गोदाम बनाकर कारोबार करता था। मामले की जानकारी पर एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस को वहां से एक सुसाइड नोट भी मिला है। हालांकि इसको लेकर अफसर अभी खुलकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
उझानी के मोहल्ला भदवारगंज अनाज मंडी में रहने वाले महेंद्र गुप्ता के 40 वर्षीय बेटे संजय गुप्ता मैंथा का कारोबार करते थे। कारोबार बड़े स्तर पर था। ऐसे में उन्होंने बदायूं के इंदिरा चौक के पास एक घर को बतौर गोदाम बना लिया था। यह घर किराए पर था। यहां संजय रोजाना आते और कारोबार से जुड़ी गतिविधियों में जुटे रहते थे। जबकि शाम को वापस घर लौट जाते। सोमवार को भी वह सुबह के वक्त बदायूं रवाना हुए जबकि दोपहर को परिवार के लोगों ने उनके मोबाइल पर कॉल की तो फोन रिसीव नहीं हुआ।
काफी देर तक फोन रिसीव न होने पर परिवार के लोग सीधे बदायूं आए। यहां देखा कि उस घर में संजय की लाश पड़ी हुई है। पिस्टल भी मौके पर ही बरामद हो गई। बताया जाता है कि संजय ने कनपटी से सटाकर फायर किया था। ऐसे में मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक संजय ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें कुछ लोगों के नाम लिखे हैं और उन लोगों द्वारा परेशान करने की बात का भी जिक्र है। हालांकि उन्हें परेशान क्यों और किस वजह से किया जाता था। इन तथ्यों पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
व्यापारी के सुसाइड करने की सूचना मिलने पर पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और घटनास्थल की वीडियो ग्राफी और फोटोग्राफी की गई। पिस्टल और सुसाइड नोट को टीम ने कब्जे में ले लिया है। ताकि अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा सके। एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने बताया कि परिजनों ने तहरीर नहीं दी है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और जो भी दोषी निकलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।